Union Budget News: वित्तमंत्री सीतारमण 1 फरवरी को लगातार आठवीं बार केंद्रीय बजट पेश करेंगी. यूनियन बजट से उत्तर प्रदेश के लोगों को भी खास उम्मीद हैं. प्रदेश के लोग वित्त मित्री के पिटारे से खास सौगात मिलने की उम्मीद लगाए हैं.
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Union Budget News: केंद्रीय बजट 1 फरवरी, शनिवार को पेश किया जाएगा. बजट सत्र 31 जनवरी से 4 अप्रैल तक दो चरणों में आयोजित किया जाएगा. सत्र का पहला भाग 13 फरवरी तक चलेगा और दूसरा चरण 10 मार्च से शुरू होगा. वित्त मंत्री सीतारमण शनिवार को लगातार आठवीं बार केंद्रीय बजट पेश करेंगी. यूनियन बजट से उत्तर प्रदेश के लोगों को भी खास उम्मीद हैं. प्रदेश के लोग वित्त मित्री के पिटारे से खास सौगात मिलने की उम्मीद लगाए हैं. निगाहें यूपी के इंफ्रास्ट्रक्टर को लेकर होने वाले बड़े ऐलानों पर भी होंगी.
पिछले बजट में यूपी को क्या मिला?
उत्तर प्रदेश में रोड कनेक्टिविटी को लगातार बेहतर बनाया जा रहा है. प्रदेश को कई हाईवे-एक्सप्रेस वे की सौगात मिल चुकी है. यूपी सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य बना है. इसमें गंगा एक्सप्रेस वे समेत कई नाम शामिल हैं, इनसे सूबे के लोगों को खासा फायदा होने वाला है. इसके अलावा प्रदेश की सड़कों को भी चौड़ा किया जा रहा है. पिछले बजट में ग्रामीण सड़कों पर फोकस किया गया था. जिससे यूपी में करीब दो हजार नए ग्रामीण मार्ग बनाए जाना शामिल था.
इस बार क्या उम्मीद?
इस आम बजट भी उम्मीद की जा रही है कि रोड कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए कुछ बड़े ऐलान किये जा सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो यूपी की सड़कों के निर्माण को भी रफ्तार मिलेगी. पिछले बजट में सड़कों के लिए केंद्रीय बजट में खास जोर दिया गया था. 2023 के मुकाबले बीते सल रोड के लिए 15 हजार करोड़ रुपये ज्यादा मिले थे. जिससे नेशनल हाईवे का विकास किया जा सके. बता दें कि यूपी में राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई 11,737 किलोमीटर से ज्यादा है.
पिटारे से निकली थीं ये सौगात
इसके अलावाा पिछले बजट में यूपी को 14,000 करोड़ रुपये विकसित भारत योजना और 17939 करोड़ रुपये यूपी को विशेष सहायता के रूप में मिले.मुद्रा योजना की सीमा 10 लाख से 20 लाख रुपये बढ़ाए जाने का सबसे ज्यादा फायदा उत्तर प्रदेश की जनता को मिला. आम बजट में 12 औद्योगिक पार्क बनाने की बात कही गई थी. इसमें से दो पार्क यूपी के लिए थे. बजट से यूपी में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पीएम आवास योजना के तहत गरीबों को पक्का मकान मिलने और यूपी में नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना में तेजी लाने पर जोर था.