Nagar Nikay Chunav 2023: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने नगर निकाय चुनाव में दूसरे चरण के 7 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है. बसपा ने इस बार भी पिछली लिस्ट की तरह मुस्लमानों पर ज्यादा भरोसा जताया है.
Trending Photos
UP Nikay Chunav 2023: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने दूसरे चरण के 7 मेयर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है. पार्टी ने दूसरी लिस्ट में भी पहली लिस्ट का ही फार्मूला अपनाया है. बसपा ने 7 में से 4 मुसलमानों को अपना प्रत्याशी बनाया है. ऐसा पहली बार है कि पार्टी ने कुल 17 में से 10 सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशियों को उम्मीदवार बनाया हो. दलितों की पार्टी कही जाने वाली बसपा ने इतने मुस्लिम प्रत्याशी उतारकर समाजवादी पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी है. इन समीकरणों से इतना तो साफ है कि सपा को कई सीटों पर काफी नुकसान हो सकता है.
यूपी में नगर निकाय चुनाव दो चरणों में होगा. पहले चरण के लिए 4 मई और दूसरे चरण के लिए 11 मई को वोटिंग होनी है. चुनाव का नतीजा 13 मई को जारी किया जाएगा. इस चुनाव के लिए 17 नगर निगम, 199 नगरपालिका और 544 नगर पंचायतों में चुनाव होना है. 43231827 इतने लोग इस निकाय चुनाव में मतदान करेंगे. जिनमें से 22983728 पुरुष वोटर्स हैं और 20248099 महिला वोटर्स हैं. सपा और बीजेपी पहले ही अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर चुके हैं . इस निकाय चुनाव के लिए सपा ने रालोद के साथ गठबंधन किया है.
ये खबर भी पढ़ें
नगर पालिका परिषद हाथरस में बीजेपी और सपा के बीच मुख्य मुकाबला, जानिए क्या है समीकरण
बसपा ने किसको कहां से दिया टिकट
कानपुर से अर्चना निषाद
शांहजहांपुर से शगुफ्ता अंजुम
अयोध्या से राममूर्ति यादव
गाजियाबाद से निसार खान
अलीगढ़ से सलमान साहिद
बरेली से युसुफ खान
मेरठ से हसमत अली
मुस्लिम कार्ड से फायदा होगा या नुकसान
पहली लिस्ट में भी बसपा ने 10 में से 6 मुसलमानों को टिकट दिया था. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि बसपा के मुस्लिम कार्ड से सपा का खेल बिगड़ सकता है. बसपा ने इस बार के निकाय चुनाव में 17 में से 10 सीटों पर मुसलमानों को अपना उम्मीदवार बनाया है. बसपा के इस निर्णय का बीजेपी को फायदा जरूर मिल सकता है. बसपा के इस कदम से बीजेपी को लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़, सहारनपुर और मेरठ में फायदा मिल सकता है.
अलीगढ़ से बसपा ने इस बार उम्मीदवार बदलकर सबको चौंका दिया है. पिछली बार बसपा ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी लेकिन बसपा ने इस बार जीते हुए उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया. वहीं बात करें मेरठ की तो यहां से बसपा ने मुस्लिम कार्ड खेला है. मेरठ में मुस्लिमों की आबादी 4 लाख से अधिक है और एससी वोटर डेढ़ लाख से ज्यादा हैं. इसलिए बसपा का यह कैसा है इसका जवाब तो 13 मई को ही मिल सकता है.