राष्ट्रीय बजरंग दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया गाजीपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा तलवार और बुलडोजर को बताया शांति का प्रतीक. साथ ही 50 साल बाद राम मंदिर के अस्तित्व पर खतरा होने की बात कही.
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गाजीपुर: राष्ट्रीय बजरंग दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया गाजीपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि तलवार और बुलडोजर को बताया शांति का प्रतीक. साथ ही 50 साल बाद राम मंदिर के अस्तित्व पर खतरा होने की बात कही. आइए बताते हैं उन्होंने ऐसा क्यों कहा है.
स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर बोले तोगड़िया
प्रवीण तोगड़िया स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को लेकर कहा कि मेरे भाई रामायण के समय भी आरोप लगा था, उनकी चिंता कौन करता है. करोड़ों लोगों के दिल में राम चरित मानस है. कोई एक-आध व्यक्ति के कहने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. उनपर ध्यान नहीं देना चाहिए. वह अपनी पब्लिसिटी के लिए ऐसा कर रहे हैं. उनका विरोध करके उनकी पब्लिसिटी बढ़ाने का काम कोई न करें, वो ऐसा करते हैं तो उनको करने दो.
जनसंख्या नियंत्रण का कानून किया समर्थन
उन्होंने अभी हालिया हिडेनबर्ग मामले पर अडानी शेयर्स के गिरने के सवाल पर कहा कि मुझे पता नहीं है मैं तो कैंसर का डॉक्टर हूं. आप कैंसर के बारे में पूछोगे, तो तुरंत उत्तर दूंगा. अर्थनीति का डॉक्टर में नहीं हूं. वहीं, जनसंख्या नियंत्रण कानून का समर्थन करते हुए प्रवीण तोगड़िया ने कहा इसे देश मे जल्द लागू करने की बात कही. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर जनसंख्या असंतुलन नहीं रोका तो, साढ़े चार सौ वर्षों के बाद जो राम मंदिर बन रहा है, वो भी पचास साल बाद खतरे में पड़ जाएगा. उन्होंने योगी आदित्यनाथ के बुल्डोजर को शांति का प्रतीक वाले बयान को समर्थन देते हुए कहा के हम तो तलवार को भी शांति का प्रतीक मानते हैं.
पठान फिल्म के विवाद पर बोले
प्रवीण तोगड़िया ने पठान फिल्म के विवाद के बीच सभी रंगों को अपना बताया है. उन्होंने राजनीति करने वालों को दो टूक कहा कि सभी सप्तरंग हमारे हैं. भगवा और हरा दोनों ही हमारे हैं. भगवान सूर्य के ही रंग हैं. इसलिए सभी रंग हमारे ही हैं. उन पर किसी दूसरे का अधिकार नहीं है.
रामन्दिर निर्माण में अपनी भूमिका को लेकर कहा
वहीं, रामन्दिर निर्माण में उनकी भूमिका के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरे भाई मंदिर के लिए आंदोलन करना था. तब हमने आंदोलन किया लड़ाई लड़ी. अब कौन सी लड़ाई लड़नी है. तब प्रवीण तोगड़िया हिंदुओं के लिए संघर्ष करने वाला था, अब मंदिर बन रहा है, तो किसकी जरूरत है. मैं कोई इंजीनियर हूं क्या, अब राम मंदिर बन रहा है. वहां इंजीनियर की जरूरत है. जब प्रवीण तोगड़िया की जरूरत थी, तो प्रवीण तोगड़िया खड़ा था.