Hanuman Jayanti 2023: हनुमान जयंती पर बन रहा महालक्ष्मी योग, गुरु और शुक्र बदल सकते हैं आपका भाग्य
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1638688

Hanuman Jayanti 2023: हनुमान जयंती पर बन रहा महालक्ष्मी योग, गुरु और शुक्र बदल सकते हैं आपका भाग्य

Hanuman Jayanti: हनुमान जयंती या हनुमान जन्मोत्सव को लेकर तैयारी तेज हैं. पवन पुत्र की जयंती को धूम धाम से मनाया जाएगा. इस दिन बेहद सुखद महासंयोग बन रहा है. आइए बताते हैं...

Hanuman Jayanti

Hanuman Jayanti Kab Hai: आगामी दिनों में पवन पुत्र हनुमान का जन्मदिन है. दरअसल, हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti 2023) 6 अप्रैल को है. पवन पुत्र (Hanuman) की जयंती को धूम धाम से मनाया जाएगा. जानकारी के मुताबिक इस दिन बेहद सुखद संयोग बन रहा है. एक तरफ सुख-समृद्धि के कारक शुक्र और धन-धान्य के कारक गुरु एक ऐसा योग बना रहे हैं, जो बहुत शुभ फल दायक है. इस दिन महालक्ष्मी योग भी बन रहा है. ऐसा माना जाता है कि महालक्ष्मी योग बहुत उत्तम योग होता है. जानकारों की मानें, तो इस महालक्ष्मी योग में भाग्य बदलने की ताकत होती है.

अगर वैदिक पंचांग की मानें, तो इस बार 6 अप्रैल 2023 को यानी चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती मनाई जाएगी. वहीं, 6 अप्रैल को गुरुवार का दिन भी पड़ रहा है. इसलिए इस दिन हनुमान जी के अलावा भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी की खास पूजा की जाएगी. इस दिन उन लोगों को खुशखबरी मिल सकती है, जिनकी कुंडली में खास योग बनता है. इस दौरान वो परेशानियों को मात देने में कामयाब रहेंगे. अगर परेशानियां हैं भी, तो वह इनसे कम घिरे रहेंगे. वहीं, अगर विधि विधान से माता लक्ष्मी की पूजा की जाएगी, तो उनकी कृपा जातक पर आजीवन बनी रहेगी. 

ज्योतिष शास्त्र की मानें तो मिलेगा ऐशो-आराम
ज्योतिष शास्त्र की मानें, तो शुक्र ग्रह हमें सुख, वैभव, रोमांस, भोग विलास और ऐशो-आराम देने वाला ग्रह माना जाता है. इसलिए हनुमान जयंती पर बन रहा महालक्ष्मी योग उस दिन कुंडली में बनने वाले महालक्ष्मी योग मेल खाता है, उनके आपे जीवन में माता लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहता है. ऐसे जातक वे हर तरह के सुख और वैभव को पाते हैं.

सुख और समृद्धि के कारक शुक्र और महालक्ष्मी योग
आपको बता दें कि सुख और समृद्धि के कारक शुक्र और दूसरी तरफ धन के कारण गुरु एक ऐसा योग बन रहा हैं, जो शुभ का कारक है. सोने पर सुहागा तब और हो जा रहा, जब महालक्ष्मी योग भी उसी दिन बन रहा है. अगर कुंडली की बात करें, तो आपकी कुंडली के लग्न भाव का स्वामी त्रिकोण भाव में हो, द्वितीय भाव का स्वामी एकादश भाव में हो, तो इसे लाभ भाव कहते हैं. अगर आपकी कुंडली में ऐसी स्थिती हो और द्वितीय भाव में शुभ ग्रह की दृष्टि हो, तो इसे महालक्ष्मी योग कहा जाता है. अगर आपकी कुंडली में ये योग बन रहा है, तो आप भी भाग्यशाली हैं.

WATCH: देखें 3 से 9 अप्रैल तक का साप्ताहिक राशिफल, बनेंगे बिगड़े काम या मुश्किलें रहेंगी बरकरार

Trending news