Heat Wave Protection Tips: गर्मियों में जानलेवा बन सकती है लू! जानिए हीटवेव के लक्षण और बचाव के उपाय
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Heat Wave Protection Tips: गर्मियों में जानलेवा बन सकती है लू! जानिए हीटवेव के लक्षण और बचाव के उपाय

Heat Wave Protection Tips: तेज धूप के साथ हीटवेव (लू) के थपेड़े चलना शुरू हो गए हैं. यह शरीर के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकता है. जानिए लू के लक्षण क्या हैं, और इससे बचाव के क्या उपाय हैं. 

Heat Wave Protection Tips: गर्मियों में जानलेवा बन सकती है लू! जानिए हीटवेव के लक्षण और बचाव के उपाय

Heat Wave Protection Tips: अप्रैल के महीने से ही तापमान 40 पार कर गया है. सुबह से ही तेज धूप के साथ हीटवेव (लू) चल रही है. इस मौसम में बच्चों से लेकर बुजुर्गों को बेहोशी, मांसपेशियों में जकड़न, मिर्गी दौरा पड़ना, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, अधिक पसीना आना, कमजोरी, चक्कर आना, सांस व दिल की धड़कन तेज होना, मतली और उल्टी आना, नींद पूरी न होना आदि परेशानी हो सकती है. 

लू से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने दी ये सलाह 
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को लू से बचने के लिए सलाह देना शुरू कर दिया है. खानपान से लेकर आवाजाही करने में विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी आशुतोष कुमार दूबे  ने बताया कि अचानक तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है. लू और अधिक गर्मी को देखते हुए सावधानी बरतें.

उन्होंने बताया कि अप्रैल से जून तक लू और गर्मी का प्रकोप रहता है. तापमान भी 42 डिग्री सेल्सियस से लेकर 46 डिग्री तक पहुंच जाने की संभावना है. जरा सी असावधानी और लापरवाही बरतने से कोई भी लू की चपेट में आ सकता है.

ये लक्षण दिखें तो डॉक्टर से लें परामर्श
हीट वेव से संबन्धित लक्षण जैसे अधिक पसीना आना, शारीरिक तापमान 105 फारेनहाइट या उससे अधिक, उल्टी आना, बेहोशी आना, थकान, कमजोरी, चक्कर आना, मांसपेशियों में जकड़न, सिरदर्द आदि हैं. यदि ऐसे लक्षण लगातार देखने को मिल रहे हैं तो ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें. जिले के सभी चिकित्सालयों और स्वास्थ्य केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस पाउडर, आईवी फ्ल्यूड की उपलब्ध है. सभी तरह की दवाएं उपलब्ध हैं.

लू से बचने के लिए क्या करें -
- अधिक से अधिक पानी पिएं, यदि प्यास न लगी हो तब भी पानी पिएं.
- ओआरएस घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी (माड़), नींबू, पानी, छाछ आदि का अधिक से अधिक उपयोग करें,जिससे कि शरीर में पानी की कमी की भरपाई हो सके. 
- जल की अधिक मात्रा वाले मौसमी फल तरबूज, खरबूज, संतरे, अंगूर, अन्नास एवं सब्जी खीरा, ककड़ी, सलाद पत्ता का प्रयोग करें.
 
लू से बचना है तो क्या न करें 
- दिन के 12 से 3 बजे तक हो सके तो धूप में न निकलें. सूरज के सीधे संपर्क में आने से बचें.
- अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के प्रयोग से यथासंभव बचें तथा बासी भोजन का प्रयोग न करें.
- बच्चों, वृद्धजनों तथा पालतू जानवरों को खड़ी व बंद गाड़ियों में न छोड़ें.
- अधिक गर्मी वाले समय में खाना बनाने से बचें.
- शराब, मांस-मछली, कार्बोनेटेड ड्रिंक आदि के उपयोग करने से बचें.
- हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले हल्के वस्त्र पहनें.धूप के चश्में, छाता, टोपी का प्रयोग करें.
(गोरखपुर से विनय सिंह की रिपोर्ट) 
 

 

 

 

 

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