Bikru Kand: आखिरकार लगभग तीन साल बाद बिकरू कांड में फैसला आ गया. कोर्ट ने 23 लोगों को दोषी करार दिया है. आइए जानते हैं कोर्ट ने किसे-किसे दोषी करार दिया है और क्या है पूरा मामला.
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कानपुर : कानपुर देहात के चर्चित बिकरू कांड के गैंगस्टर मामले में 23 आरोपियों को दोषी करार दिया गया है. जबकि सात आरोपियों को दोषमुक्त कर दिया गया है. विकास दुबे बिकरू कांड का मास्टरमाइंड था. उसे पकड़ने के लिए जब पुलिस पहुंची थी तो घात लगाकर बैठे बदमाशों ने पुलिस पर फायर झोंक दिए थे. इसमें आठ पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी. बिकरू (Bikru) कांड में कानपुर की कोर्ट ने गैंगस्टर के मामले में 23 दोषियों को 10 साल कैद के साथ 50 हजार का जुर्माना लगाया है. जबकि सात दोषियों को बरी कर दिया है.
मामले की सुनवाई अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पंचम दुर्गेश की कोर्ट में चल रही है. विशेष लोक अभियोजक अमर सिंह भदौरिया के मुताबिक मंगलवार को कोर्ट ने मामले में लंच पूर्व सुनवाई करते हुए तीस आरोपियों में सात आरोपियों को दोषमुक्त किया गया है.
कोर्ट ने 23 आरोपियों, जिनमें बिकरू गांव का हीरू दुबे, श्यामू बाजपेई, जहान यादव, दयाशंकर अग्निहोत्री, बबलू मुसलमान, रामू बाजपेयी, शशिकांत पांडेय, शिवम दुबे, गोविंद सैनी, उमाकांत, शिवम दुबे उर्फ दलाल, शिव तिवारी, जिलेदार, राम सिंह यादव, जय बाजपेई, धीरेंद्र कुमार, मनीष, सुरेश, गोपाल, वीर सिंह, राहुल पाल, अखिलेश उर्फ श्यामजी, छोटू शुक्ला को गैंगस्टर मामले में दोषी पाया है.
इनमें प्रशांत उर्फ डब्बू, अरविंद उर्फ गुड्डन, संजू उर्फ संजय दुबे, सुशील तिवारी, राजेंद्र मिश्रा, बालगोविंद और रमेश चंद्र को कोर्ट ने सबूत के अभाव में दोषमुक्त कर दिया है. वहीं, अन्य आरोपियों को 10-10 साल की सजा सुनाई गई है. साथ ही, प्रत्येक पर 50 हजार का जुर्माना भी लगाया है.
कानपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई 2020 की रात हुए गोलीकांड को शायद ही कोई भूल पाए. गैंगस्टर विकास दुबे को अरेस्ट करने गई पुलिस टीम पर गोलियों की जोरदार बौछार हुई. इसमें डीएसपी समेत 8 पुलिस कर्मियों की बेरहमी से हत्या कर दी गई.
ये जांबाज हुए थे शहीद
डीसीपी देवेंद्र कुमार मिश्रा
एसओ महेश कुमार यादव
दरोगा अनूप कुमार सिंह
दरोगा नेबूलाल
सिपाही जितेंद्र पाल
सिपाही सुलतान सिंह
सिपाही बबलू कुमार
सिपाही राहुल कुमार
बिकरू कांड में अब तक की कार्रवाई
80 FIR दर्ज हुई थी.
62 मामलों में चार्जशीट लगाई गई.
66 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी.
54 वर्तमान में जेल में बंद हैं बाकी जमानत पर बाहर हैं.
39 मामलों में कोर्ट ने आरोप तय कर दिए हैं.
36 लोगों को गैंगस्टर एक्ट के तीन मामलों में आरोपी बनाए गए.
30 लोगों का शस्त्र निरस्त किया जा चुका है.
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