उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उनके मंत्री गांव-गांव चौपाल लगा रहे हैं. लोगों की समस्याओं का ग्राउंड जीरो पर ही समाधान किया जाता है. इसी कड़ी में मुरादाबाद के प्रभारी मंत्री एक गांव में पहुंचे तो गांव वालों ने बताया कि बिजली संकट बहुत अधिक है. मंत्री जी ने जब बिजली विभाग के अधिकारियों से वजह पूछी तो पता चला कि बंदर इसके लिए जिम्मेदार हैं. इसके बाद जो हुआ उससे गांव वाले काफी खुश हैं...
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आकाश शर्मा/मुरादाबाद: प्रदेश की योगी सरकार जनता के लोक कल्याण के लिए अनेक कितनी योजनाएं चलाती है. लेकिन कई बार सरकारी बाबूओं की लापरवाही के चलते योजनाओं का लाभ हितग्राहियों तक नहीं पहुंच पाता. मुरादाबाद में ऐसा ही एक मामला प्रभारी मंत्री और उत्तर प्रदेश सरकार के पशुधन विकास मंत्री धर्मपाल सिंह और माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाबो देवी के दौरे के दौरान देखने को मिला. दोनों मंत्री दो दिवसीय दौरे पर जनपद पहुंचे. प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह (Dharmpal Singh) ने गिदौड़ा गांव में जन चौपाल लगाई. गांव वाले अपनी अपनी मंत्री के पास पहुंचे. ग्रामीणों ने बताया कि बिजली कब आए कब गुल हो जाए कोई पता नहीं रहता है. मंत्री ने जब इसकी वजह जेई से जाननी चाही तो उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते हुए गेंद बंदरों के हवाले कर दी. जी हां. जेई ने कहा कि बिजली संकट के लिए बंदर जिम्मेदार हैं. जेई ने बंदरो को तार तोड़ने का गुनाहगार बता दिया. बस फिर क्या था..
मंत्री ने मौके पर ही लिया एक्शन
मंत्री जी गैर जिम्मेदाराना जवाब सुनकर भड़क उठे. फौरन अधिकारी के इस जवाब पर नाराजगी जताई और जेई को तत्काल हटाने का आदेश दे दिया. उन्होंने कहा कि गांव में अब केबल पड़ेगी जिससे बिजली नहीं जाएगी. इस मौके पर गांव वालों ने गंदा पानी आने के साथ ही 26 लोगों के शौचालय नहीं बनाए जाने की भी शिकायत की. इस पर प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने डीपीआरओ को भी फटकार लगाई और कहा, सभी को शौचालय बनाकर दिए जाएं. प्रभारी मंत्री ने पेयजल की समस्या दूर करने के लिए पानी की टंकी बनवाने के निर्देश दिए हैं. प्रभारी मंत्री ने सभी विभागों के लाभार्थियों के नाम लेकर सीधे बात की. इसके बाद अफसरों से जवाब मांगे. जिलाधिकारी ने खुद प्रभारी मंत्री को विकास कार्यों की विस्तार से जानकारी दी. पुलिस, मनरेगा, स्वयं सहायता समूहो के कार्य बेहतर मिलने पर मंत्री द्वारा तारीफ की गई.