मेरठ के सर्राफा करोबारियों ने कहा, आने वाले दिनों में सुभाष चंद्र बोस, रविंद्र नाथ टैगोर और भगत सिंह जैसी महान विभूतियों वाले चांदी के सिक्के बाजार में देखने को मिलेंगे.
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मेरठ : धनतेरस पर मेरठ के बाजार की रौनक बस देखते ही बनती है. तरह-तरह के सोने और चांदी के सिक्के बाजार की शोभा बढ़ा रहे हैं. गणेश लक्ष्मी वाले चांदी के सिक्के की खासी मांग है. लेकिन सबसे ज्यादा डिमांड में है राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर वाला चांदी का सिक्का. सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि यह सिक्का देशभक्ति वाला है. दुकानदारों का कहना है कि आने वाले दिनों में सुभाष चंद्र बोस, रविंद्र नाथ टैगोर और भगत सिंह जैसी महान विभूतियों वाला चांदी का सिक्का बाजार में देखने को मिलेगा.
देश की महान विभूतियों वाले सिक्के बनाने का प्रयास
इस बार एक से बढ़कर एक चांदी के सिक्कों से बाजार गुलजार है. गणेश लक्ष्मी की तस्वीर वाला चांदी का सिक्का लोग पूजन के लिए खूब खरीद रहे हैं. सर्राफा काराबोरियों का कहना है कि महारानी विक्टोरिया वाला चांदी का सिक्का लोग ले जाते हैं. लेकिन इस बार अपने देश की महान विभूतियों वाले चांदी के सिक्के बनाने का प्रयास किया गया है.
गर्व से खरीद रहे लोग
अंग्रेजी हुकुमत को याद दिलाने वाले इन सिक्कों के बजाय देशभक्ति वाले सिक्के लोग गर्व के साथ खरीद रहे हैं. दुकानदारों का कहना है कि जब रुपये के नोटों पर गांधी जी की तस्वीर है तो फिर चांदी के सिक्कों में क्यों नहीं.
चांदी के सिक्कों का निराला है इतिहास
यहां के सर्राफा कारोबारी विजय आनंद बताते है कि भारत में चांदी के रुपये का इतिहास पुराना है. वर्ष 1835 में ब्रिटिश सरकार के विलियम का सिक्का छपा था. 1840 में महारानी विक्टोरिया का सिक्का आया. इसके बाद 1945 में एक और सिक्का आया और इन्हीं चांदी के सिक्कों का चलन रहा. अब गांधी जी महारानी विक्टोरिया की जगह लेते नजर आ रहे हैं.
हॉलमार्क टेस्ट कराएं
सर्राफा कारोबारी प्रदीप अग्रवाल का कहना है अब चांदी के किसी भी सामान की हॉलमार्क टेस्टिंग भी लोग करा सकते हैं. 245 रुपये में यह टेस्ट होता है. हॉलमार्क टेस्ट कराकर लोग चांदी या सोने की जांच करा सकते हैं.