Sharda Sinha Death: अधूरी रह गई शारदा सिन्हा की आखिरी ख्वाहिश, बेरहम वक्त ने छठ पूजा पर छीन ली जिंदगी
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Sharda Sinha Death: अधूरी रह गई शारदा सिन्हा की आखिरी ख्वाहिश, बेरहम वक्त ने छठ पूजा पर छीन ली जिंदगी

Sharda Sinha Passed away: मशहूर लोकगायिका शारदा सिन्हा का 72 साल की उम्र में निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार चल रही थीं. द‍िल्‍ली एम्‍स में उन्होंने अंतिम सांस ली. लेकिन उनकी एक इच्छा अधूरी रह गई.

 

Sharda Sinha

Sharda Sinha Death: प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा का 72 साल की आयु में निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार चल रही थीं. मंगलवार रात द‍िल्‍ली एम्‍स में उन्होंने अंतिम सांस ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर कई हस्तियों ने उनके निधन पर शोक जताया है. शारदा सिन्हा की इच्छा थी  कि वह अयोध्या में रामलला के दर्शन के बाद काशी विश्वनाथ धाम जाएं, लेकिन उनकी यह आस अधूरी रह गई.

शारदा सिन्हा ने एक मीडिया समूह से बातचीत के दौरान यह इच्छा जताई थी. रिपोर्ट के मुताबिक शारदा सिन्हा ने कहा, " रामलला के दर्शन के बाद बाबा के दरबार में जाना है. काशी विश्वनाथ धाम में बाबा के चरणों में सुरों की हाजिरी लगाने की इच्छा है. देखती हूं यह इच्छा कब तक पूरी होती है." 6 साल पहले उन्होंने काशी में बीएचयू में  अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में शिरकत की थी. यहां उन्होंने सुरों का जादू बिखेरा साथ ही बच्चों को गायिकी की हुनर भी सिखाया. इसके बाद वह काशी नहीं पहुंच पाईं.

यूपी-बिहार में खास पहचान
शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मैथिली और मगही भाषाओं में लोकगीत गाए थे और वह पद्म भूषण से भी सम्मानित थीं. ‘बिहार कोकिला’ के नाम से मशहूर एवं सुपौल में जन्मीं सिन्हा छठ पूजा एवं विवाह जैसे अवसरों पर गाए जाने वाले लोकगीतों के कारण अपने गृह राज्य बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मशहूर थीं. सिन्हा के कुछ लोकप्रिय गीतों में "छठी मैया आई ना दुआरिया", "कार्तिक मास इजोरिया", "द्वार छेकाई", "पटना से", और "कोयल बिन" हैं.

सीएम योगी ने जताया दुख
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक जताया. एक्स पर लिखा, "प्रख्यात लोक गायिका, पद्म भूषण डॉ. शारदा सिन्हा जी का निधन अत्यंत दुःखद व संपूर्ण संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! उन्होंने अपने उत्कृष्ट पारंपरिक गायन के माध्यम से मैथिली, भोजपुरी सहित अनेक लोक भाषाओं और लोक संस्कृति की सेवा की तथा राष्ट्रीय पटल पर उन्हें सम्मान दिलाया। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा उनके शोकाकुल परिजनों एवं प्रशंसकों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!"

पीएम मोदी ने व्यक्त किया शोक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं।" उन्होंने कहा, "आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी। उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!"

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