Uttarkashi Tunnel Accident: मदन सिंह हमेशा हर दो या तीन घंटे में काम से ब्रेक लेता है, उसने रविवार की सुबह भी यही किया और काम से पांच मिनट का ब्रेक लिया. वह सुरंग क्षेत्र से बाहर निकल गया और सुरंग के मुहाने के करीब एक चट्टान पर बैठ गया.
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Uttarkashi Tunnel Accident News: धूम्रपान बेशक एक ऐसी आदत है जो शरीर को नुकसान पहुंचाती है, लेकिन मदन सिंह के लिए यह एक तरह से वरदान साबित हुई. झारखंड का 40 वर्षीय मजदूर शनिवार रात 8 बजे से शुरू होने वाली 12 घंटे की शिफ्ट में सुरंग में काम कर रहा था.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक मदन सिंह हमेशा हर दो या तीन घंटे में काम से ब्रेक लेता है, उसने रविवार की सुबह भी यही किया और काम से पांच मिनट का ब्रेक लिया. वह सुरंग क्षेत्र से बाहर निकल गया और सुरंग के मुहाने के करीब एक चट्टान पर बैठ गया. इसी दौरान उसने सुरंग की छत से मिट्टी और चट्टानों को गिरते देखा. बिना कुछ सोचे-समझे, वह सुरंग के प्रवेश द्वार की ओर तेजी से दौड़ा और मलबे में फंसने से बाल-बाल बच गया.
क्या कहा मदन सिंह ने?
रिपोर्ट के मुताबिक सिंह ने कहा, ‘मैंने बीड़ी लगभग खत्म ही कर ली थी और काम फिर से शुरू करने की तैयारी कर रहा था, तभी मैंने मलबा गिरने की तेज आवाज सुनी. मैंने देखा कि सुरंग की छत से एक विशाल चट्टान टूटकर गिर रही है. जैसे ही मैं सुरंग की एंट्री तरफ ओर भागा सुरंग. सैकड़ों टन मलबा नीचे गिर गया, जिससे सुरंग मुझसे केवल कुछ मीटर की दूरी पर ब्लॉक हो गई.’
सिंह अब अपने सहयोगियों की सुरक्षित निकासी के लिए प्रार्थना कर रहा है. उसने कहा कि जिस स्थान पर अन्य मजदूर फंसे हुए हैं, वहां बिजली और पानी की पर्याप्त आपूर्ति है. उन्होंने कहा, ‘उन्हें बस ऑक्सीजन और भोजन की जरूरत होगी.’ सिंह ने बताया कि सुरंग ढहने से पहले केवल चार अन्य लोग बाहर भागने में सफल रहे.
40 मजदूर सुरंग के अंदर ही फंसे
बता दें उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में ब्रह्मखाल-यमुनोत्री नेशनल हाइवे पर अंडर कंस्ट्रक्शन सुरंग का एक हिस्सा रविवार सुबह अचानक ढह गया. हादस में 40 मजदूर सुरंग के अंदर ही फंस गए जिन्हें बाहर निकालने की कोशिशें जारी हैं.