पिंपल्स से भर गए हैं माथा, गाल...क्रीम पोतने से कुछ नहीं होगा; बीमारी खुद बताएगी अपना इलाज
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पिंपल्स से भर गए हैं माथा, गाल...क्रीम पोतने से कुछ नहीं होगा; बीमारी खुद बताएगी अपना इलाज

Pimples Causes: पिंपल्स, एक्ने, ब्रेकआउट्स केवल स्किन प्रॉब्लम नहीं है, बल्कि यह कई बीमारियों का संकेत भी देते हैं. इस खबर हम आपको बताएंगे कि चेहरे के अलग-अलग हिस्सों में क्यों होते हैं पिंपल्स.

पिंपल्स से भर गए हैं माथा, गाल...क्रीम पोतने से कुछ नहीं होगा; बीमारी खुद बताएगी अपना इलाज

Acne Face Map: अक्सर लोग एक्ने को स्किन प्रॉब्लम समझ लेते हैं. लेकिन असल में चेहरे के विभिन्न हिस्सों पर पिंपल्स और ब्रेकआउट्स होना शरीर में चल रही कई समस्याओं का संकेत हो सकता है. चेहरे पर पिंपल्स कई कारणों से हो सकते हैं, जैसे ऑयली स्किन, बंद पोर्स, बैक्टीरियल इंफेक्शन, सूजन, हार्मोनल चेंज, डाइट, तनाव, आदि. वहीं चेहरे के अलग-अलग हिस्सों में पिंप्लस होने के पीछे अलग-अलग कारण हो सकते हैं. इस खबर में हम आपको चेहरे के विभिन्न हिस्सों में पिंपल्स होने के कारणों के बारे में बताएंगे. 

 

माथा (Forehead)

-पाचन: पाचन संबंधित परेशानियां होने पर माथे पर पिंपल्स हो सकते हैं.

-तनाव: मानसिक तनाव भी माथे पर पिंपल्स का कारण बन सकता है.

-खराब नींद: नींद की कमी भी माथे पर ब्रेकआउट्स कर सकती है.

 

नाक के पास

-हार्मोनल इंबैलेंस: नाक के पास पिंपल्स हार्मोनल बदलावों के कारण हो सकते हैं.

-ब्लड सर्कुलेशन और ब्लड प्रेशर: खराब ब्लड सर्कुलेशन या ब्लड प्रेशर के कारण भी नाक के पास पिंपल्स होते हैं. 

 

गाल (Cheeks)

-धूल, मिट्टी और प्रदूषण: गालों पर पिंपल्स अक्सर धूल, मिट्टी, प्रदूषण या गंदगी के संपर्क में आने से होते हैं. 

-स्किनकेयर प्रोडक्ट्स: गलत या हार्श स्किनकेयर प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से भी गालों पर ब्रेकआउट्स हो सकते हैं. 

 

चिन (Chin)

-हार्मोनल बदलाव: आमतौर पर चिन पर पिंपल्स हार्मोनल इंबैलेंस के कारण होते हैं, खासकर पीरियड्स के दौरान.

-पानी की कमी: शरीर में पानी की कमी से भी चिन पर ब्रेकआउट्स हो जाते हैं.

 

जॉलाइन (Jawline)

-ब्लॉकड पोरस: स्किनकेयर रूटीन या गंदगी से ब्लॉक हो चुके पोरस भी इस हिस्से में पिंपल्स का कारण बन सकते हैं

-मासिक धर्म और हार्मोनल बदलाव: खास कर महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान इस हिस्से में पिंपल्स होते हैं.

 

लाइफस्टाइल, डाइट, तनाव, नींद और स्किनकेयर की आदतों पर ध्यान देकर पिंपल्स की परेशानी को कम किया जा सकता है. लेकिन अगर पिंपल्स लगातार और ज्यादा हो, तो स्किन स्पेशलिस्ट लेनी चाहिए. 

 

(Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)

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