दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और बिहार समेत कई राज्यों में डेंगू का कहर कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. हालात इस कदर हो चुके हैं कि एक यूनिट प्लेटलेट्स के लिए तकरीबन 10-15 हजार रुपये देने पड़ रहे हैं.
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Natural remedies for dengue: दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और बिहार समेत कई राज्यों में डेंगू का कहर कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. डेंगू एक खतरनाक बीमारी है जो मच्छरों के काटने से होती है. डेंगू के मरीजों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द और थकान जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. कुछ मामलों में, डेंगू से प्लेटलेट्स काउंट कम हो जाता है, जिससे खून बहने का खतरा बढ़ जाता है. इस वक्त हालात इस कदर हो चुके हैं कि एक यूनिट प्लेटलेट्स के लिए तकरीबन 10-15 हजार रुपये देने पड़ रहे हैं. ऐसे में डेंगू से पीड़ित मरीजों का इलाज सिविल अस्पताल में कराना मुश्किल हो रहा है.
डेंगू मरीजों के लिए कुछ घरेलू उपाय हैं जो प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने में मदद कर सकते हैं. आइए जानते हैं क्या?
पपीता: पपीता में एंजाइम होते हैं जो प्लेटलेट्स के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं. पपीते के पत्तों का रस या पपीते का फल खाने से प्लेटलेट्स काउंट बढ़ सकता है.
अनार: अनार में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो प्लेटलेट्स के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं. अनार का जूस या अनार का फल खाने से प्लेटलेट्स काउंट बढ़ सकता है.
नारियल पानी: नारियल पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं, जो शरीर को हाइड्रेटेड रख सकते हैं. नारियल पानी पीने से प्लेटलेट्स काउंट बढ़ सकता है.
गिलोय: गिलोय में एंटीवायरल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो प्लेटलेट्स के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं. गिलोय का जूस या गिलोय का काढ़ा पीने से प्लेटलेट्स काउंट बढ़ सकता है.
काजू: काजू में प्रोटीन और आयरन होता है, जो प्लेटलेट्स के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं. काजू खाने से प्लेटलेट्स काउंट बढ़ सकता है.
डेंगू मरीजों के लिए इन घरेलू उपायों को अपनाने से प्लेटलेट्स काउंट बढ़ने में मदद मिल सकती है. हालांकि, इन उपायों को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना उचित है.
डेंगू से बचने के उपाय
- मच्छरदानी का उपयोग करें (खासकर रात में) ताकि मच्छर न काट सकें.
- कूलर और पंखे के आसपास मच्छरदानी का उपयोग करें.
- ढीले-ढाले, गहरे रंग के कपड़े पहनें.
- मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे का उपयोग करें.
- पानी को जमा न होने दें.
- गमलों में पानी बदलें.
- टायरों और अन्य खाली पात्रों में पानी निकाल दें.
- छत के गटर और नालियों को साफ रखें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.