प्लांट-बेस्ड डाइट को लेकर अक्सर फैलते हैं ये कॉमन Myths, जानें कितनी है सच्चाई
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प्लांट-बेस्ड डाइट को लेकर अक्सर फैलते हैं ये कॉमन Myths, जानें कितनी है सच्चाई

Plant Based Diet: प्लांट-बेस्ट डाइट सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. यह डाइट आपको लाइफस्टाइल से जुड़ी कई समस्याओं से निजात दिला सकता है, जैसे वजन बढ़ना, दिल की बीमारियां और पाचन संबंधी समस्याएं.

प्लांट-बेस्ड डाइट को लेकर अक्सर फैलते हैं ये कॉमन Myths, जानें कितनी है सच्चाई

Plant Based Diet Benefits: आज-कल स्वास्थ्य और फिटनेस के बीच एक बड़ा ट्रेंड बन चुका प्लांट-बेस्ट डाइट (Plant-based diet) सेहत को कई फायदे दे सकता है. इस डाइट में खासतौर पर फल, सब्जियां, अनाज, बीन्स, नट्स और बीज शामिल होते हैं. इस डाइट में व्यक्ति किसी भी प्रकार के पशु उत्पाद (जैसे मांस, डेरी, और अंडे) को कम से कम या बिल्कुल इस्तेमाल नहीं करता है. प्लांट बेस्ट डाइट हृदय रोग, डाइबिटीज, कैंसर और कुछ मानसिक स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों के जोखिम को कम करता है. वहीं डाइट को लेकर काभी कॉमन मिथ्स भी होते हैं. 

 

प्लांट-बेस्ड डाइट के हेल्थ बेनेफिट

प्लांट-बेस्ड डाइट दिल की स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का काम करते हैं. यह फाइबर, लॉ सैचुरेटेड फैट और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो BP कंट्रोल करने, कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने और दिल की बीमारियों के खतरे को घटाने में मदद करती है. साथ ही इस डाइट को फोलो करने से वेट मैनेजमेंट सही तरही से होता है. आमतौर पर यह डाइट कम कैलोरी और अधिक फाइबर वाला होता है, जो वजन कंट्रोल करने में फायदेमंद है. साथ ही यह यह डाइट हाई फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है. प्लांट बेस्ड डाइट हॉर्मोनल बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है, खासकर ये महिलाओं के लिए फायदेमंद होता है. 

 

प्लांट-बेस्ड डाइट अपनाने के कॉमन मिथ्स (Plant Based Diet Myths)

प्रोटीन की कमी (Protein Deficiency)

यह सबसे कॉमन मिथ है कि प्लांट बेस्ड डाइट से शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है. लेकिन ऐसा नहीं है. मूंग दाल, चना, क्विनोआ, टोफू नट्स जैसे पोधों में प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है. 

विटामिन और खनिजों की कमी (Vitamin and Mineral Deficiency)

कुछ लोग ये भी मानते हैं कि प्लांट-बेस्ड डाइट में विटामिन B12, आयरन, कैल्शियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी हो सकती है. हालांकि, B12 की कमी होने पर हम सप्लीमेंट्स ले सकते हैं और आयरन, कैल्शियम और ओमेगा-3 का स्त्रोत साग, ब्रोकोली, चिया सीड्स और अल्गी तेल से मिल सकता है. 

स्वाद और प्रकार की कमी (Lack of Taste and Variety)

कई लोग सोचते हैं कि प्लांट बेस्ड डाइट टेस्टी नहीं होता है, लेकिन ऐसा नहीं है. आप तरह-तरह के मसालों के साथ सब्जियों का स्वाद बढ़ा सकते हैं. दुनिया भर में तरह-तरह पौधों से बनी रेसिपीज बनाई जाती है. 

लो एनर्जी महसूस करना (Feeling Low in Energy)

शुरुआत में कुछ लोगों को एनर्जी की कमी महसूस हो सकती है, क्योंकि उनका शरीर अभी नए डाइट को ढाल रहा होता है. लेकिन जैसे-जैसे आपका शरीर इस डाइट को स्वीकारेगा, आपको एनर्जी और हल्कापन महसूस होने लगता है.

 

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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