Pollution: घर के अंदर या बाहर- कहां का पॉल्यूशन है ज्यादा खराब, ये रहे ऐसे सभी सवालों के जवाब
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Pollution: घर के अंदर या बाहर- कहां का पॉल्यूशन है ज्यादा खराब, ये रहे ऐसे सभी सवालों के जवाब

Pollution Lavel at Home:दिवाली के मौसम में कई घरों की कायापलट की गई. लेकिन ताजा पेंटिंग या नए फर्नीचर की खुशबू में बेंजीन और फॉर्मेल्डिहाइड जैसे वीओसी होते हैं, जो हवा में मिल जाते हैं.

Pollution: घर के अंदर या बाहर- कहां का पॉल्यूशन है ज्यादा खराब, ये रहे ऐसे सभी सवालों के जवाब

Pollution in Home: दरवाजे बंद करके हम प्रदूषण को घर के बाहर नहीं, बल्कि घर के अंदर बंद करके रखते हैं. लोग कभी भी गंदा पानी नहीं पीते हैं. लेकिन फिर भी वो रोज दूषित हवा में सांस लेते हैं. बाहर के प्रदूषण के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन घर के अंदर के प्रदूषण के बारे में जागरूकता बहुत कम है, जो बाहर के प्रदूषण के मुकाबले 10 गुना ज्यादा खराब होता है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के आंकड़ों से खुलासा हुआ है कि साल 2020 में घर के अंदर मौजूद प्रदूषण के कारण 3.2 मिलियन मौतें सालाना दर्ज की गयी.

बाहर का प्रदूषण और घर में पाया जाने वाला प्रदूषण दो अलग-अलग चीजें हैं. हालांकि बाहर के प्रदूषण में मौजूद गाड़ियों का धुआं, पॉलेन और मोकड स्पोर हमारे घरों में प्रवेश कर सकते हैं. इसलिए खिड़की-दरवाजे बंद करने के बाद हमें लगता है कि हमने प्रदूषण को घर के बाहर बंद कर दिया. लेकिन सच्चाई यह है कि हम प्रदूषण को घर के अंदर कैद कर रहे होते हैं। घर के अंदर आने के बाद यह प्रदूषक तत्व घर के अंदर मौजूद प्रदूषक तत्वों से मिलकर खराब हवा का मिक्चर बना देते हैं.

अपने घरों में सोते, काम करते, खाना पकाते, या व्यायाम करते वक्त हम यही गंदी हवा अपने फेफड़ों में भरते हैं और हम अपना 90 फीसदी समय अंदर बिताते हैं. हवा में मौजूद प्रदूषक तत्वों को देखा या सूंघा नहीं जा सकता. वैसे तो ये दिखाई नहीं देते. लेकिन इसके प्रभाव गंभीर हो सकते हैं. इसलिए यह जरूरी है कि हम अपने घरों में मौजूद दिखाई न देने वाले खतरों को समझें. जिंजर ली, सीनियर इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर, डायसन घरों में पाए जाने वाले आम प्रदूषक तत्वों के बारे में बताते हुए सुझाव दे रहे हैं कि घर में उन्हें कैसे कम किया जा सकता है.

कुकिंग
गैस या तेल के ईंधन के जलने से दहन की प्रक्रिया में वीओसी और बहुत सूक्ष्म कण, पीएम 2.5 निकलते हैं. रसोई से निकलने वाली मोहक खुशबू के बावजूद यह संभव है कि इस हवा में ये प्रदूषक मौजूद हों.

सफाई
जब हम अपने घरों की सफाई करते हैं, तो साथ-साथ हमारे घर की हवा और ज्यादा गंदी होती चली जाती है. क्लीनिंग प्रोडक्ट्स में मौजूद खुशबू से निकलने वाले वीओसी सामान्य तापमान पर हवा में मिल जाते हैं, और सांस के साथ हमारे फेफड़ों में चले जाते हैं.

पेंटिंग और घरों को खूबसूरत बनाना
दिवाली के मौसम में कई घरों की कायापलट की गई. लेकिन ताजा पेंटिंग या नए फर्नीचर की खुशबू में बेंजीन और फॉर्मेल्डिहाइड जैसे वीओसी होते हैं, जो हवा में मिल जाते हैं. इसके एक्सपोजर से बचने के लिए ऐसा पेंट लेना चाहिए, जिसमें वीओसी कम हों, तेजी से सूखने वाले हों, वाटर-बेस्ड हों और कम खुशबू वाले हों. प्यूरीफायर द्वारा भी प्रदूषक तत्व ज्यादा तेजी से साफ होते हैं, और आप प्रदूषित हवा में सांस लेने से बच सकते हैं. डायसन प्यूरीफायर कूल फॉर्मेल्डिहाइड अपने एडवांस हेपा H13 फिल्ट्रेशन से हवा में मौजूद प्रदूषित तत्वों को छानकर खत्म कर देता है. डायसन कैटालिटिक फिल्टर लगातार फॉर्मेल्डिहाइड को खत्म करता है, जबकि इसका HEPA+कार्बन फिल्टर गैसों एवं 0.1 माइक्रोन तक के 99.95 फीसदी तक छोटे कणों को छान देता है.

हमारे घरों को सुंदर बनाने वाले प्रॉडक्ट का हवा की क्वालिटी पर नेगेटिव असर पड़ सकता है. सुगंधित मोमबत्तियां हवा में वीओसी छोडती हैं, मोम के जलने से कुछ ऐसे केमिकल निकलते हैं, जो डीजल के जलने पर निकलते हैं. हेयर स्प्रे, लोशन, और परफ्यूम जैसे पर्सनल केयर प्रॉडक्ट भी हवा की क्वालिटी को नुकसान पहुंचा सकते हैं, क्योंकि इससे भी घर की हवा को प्रदूषित करने वाली गैस निकलती है.

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