Boat Accident: दो नाविकों की मौत; चीन ने सर्च ऑपरेशन में मदद के लिए भारत का जताया आभार
Advertisement
trendingNow11701862

Boat Accident: दो नाविकों की मौत; चीन ने सर्च ऑपरेशन में मदद के लिए भारत का जताया आभार

Chinese Fishing Boat Accident: चीन के परिवहन मंत्रालय ने बताया कि हिंद महासागर में डूबी मछली पकड़ने वाली चीनी नाव  ‘लु पेंग युआन यू नंबर 028’ पर सवार नाविकों में दो की मौत होने की पुष्टि हुई है.

(प्रतीकात्मक फोटो)

Chinese Boat Accident: चीन ने हिंद महासागर में मछली पकड़ने वाली उसकी एक नाव डूबने से लापता हुए 39 नाविकों में से दो की मौत हो जाने की पुष्टि की है.  बीजिंग ने नाव और बाकी बचे 37 नाविकों की तलाश में ऑस्ट्रेलिया, भारत, श्रीलंका, इंडोनेशिया, मालदीव और फिलीपीन आदि की मदद के लिए उनका आभार व्यक्त किया है.

चीन के परिवहन मंत्रालय ने बताया कि हिंद महासागर में डूबी मछली पकड़ने वाली चीनी नाव  ‘लु पेंग युआन यू नंबर 028’ पर सवार नाविकों में दो की मौत होने की पुष्टि हुई है.

कुल 10 जहाज बचाव कार्य में जुटे
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, मंत्रालय ने बताया कि अभी तक चीनी नौसेना के तीन जहाजों और एक विदेशी जहाज सहित कुल 10 जहाज तलाश एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं.

गहरे समुद्र में मछली पकड़ने वाला चीनी जहाज ‘लु पेंग युआन यू नंबर 028’ मंगलवार को हिन्द महासागर के मध्य हिस्से में डूब गया था. उसपर सवार चालक दल में चीन के 17, इंडोनेशिया के 17 और फिलीपीन के पांच नाविक सवार थे.

समय पर मदद के लिए बहुत आभार
वहीं, भारतीय नौसेना के बयान के संदर्भ में नई दिल्ली में स्थित चीनी दूतावास ने ट्वीट किया है, ‘समय पर मदद के लिए बहुत आभार.’

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने गुरुवार को यहां मीडिया से कहा, ‘बचाव एवं तलाश अभियान जारी है.’ उन्होंने कहा कि पूरा क्षेत्र इस अभियान में मदद कर रहा है.

प्रवक्ता ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया, भारत, श्रीलंका, इंडोनेशिया, मालदीव और फिलीपीन जैसे देशों ने आपालकालीन सहायता उपलब्ध करायी है और चीनी जहाज तथा चालक दल के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.’ उन्होंने कहा कि चीन की सरकार इन देशों से प्राप्त सहायता के लिए उनकी आभारी है.

ऑस्ट्रेलियाई समुद्री सुरक्षा प्राधिकरण (एएमएसए) के प्रवक्ता ने चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ को गुरुवार को बताया कि समुद्री तलाश के सिद्धांत के आधार पर करीब 12,000 वर्ग किलोमीटर के दायरे में खोज अभियान चलाया जा रहा है.

(इनपुट - भाषा)

Trending news