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गजब का ‘करिश्‍माई’ है समंदर पर बना यह रेल ब्रिज, जहाज के आते ही खुल जाते हैं पुल के दरवाजे, बंद होने पर गुजरती है ट्रेन

Pamban Railway Bridge: जब भी बात देश के सबसे खतरनाक रेल ब्रिज की होती है, अधिकांश लोगों की जुंबा पर रमेश्वरम के पंबन रेल पुल का नाम आता है. तमिलनाडु में मंडपम को रमेश्वरम से जोड़ने वाले इस रेल ब्रिज पर हाई स्पीड ट्रेन का ट्रायल रन किया गया है.

पंबल ब्रिज

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पंबल ब्रिज

Pamban Railway Bridge: जब भी बात देश के सबसे खतरनाक रेल ब्रिज की होती है, अधिकांश लोगों की जुंबा पर रमेश्वरम के पंबन रेल पुल का नाम आता है. तमिलनाडु में मंडपम को रमेश्वरम से जोड़ने वाले इस रेल ब्रिज पर हाई स्पीड ट्रेन का ट्रायल रन किया गया है. समंदर के ऊपर बने इस ब्रिज पर जब  80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ी तो वो नजारा रोमांच से भरा था.देश के पहले वर्टिकल लिफ्ट रेल ब्रिज पर ट्रेन का पहला ट्रायल रन पूरा हो गया है. माना जा रहा है कि जल्द ही इस ब्रिज से ट्रेनों की आवाजाही शुरू कर दी जाएगी.  

क्यों खास है पंबल ब्रिज

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 क्यों खास है पंबल ब्रिज

 

समंदर के ऊपर से गुजरने वाले इस ब्रिज की सबसे बड़ी खासियत है कि इसके ऊपर से जहां ट्रेन दौड़ेगी, नीते से बड़े-बड़े जहाज गुजरेंगी. इससे पहले आपने ऐसा ब्रिज शायद ही देखा हो, जिस पर ट्रेन भी चलती है, लेकिन जब जहाज आते है तो ब्रिज वर्टिकल यानी ऊपर की ओर उठ जाते हैं. फिर जैसे दी जहाज गुजरती है, ब्रिज वापस से नीते आकर ट्रैक के साथ जुड़ जाती है. इस तरह यह ब्रिज किसी करिश्‍मे से कम नहीं है.   

जहाज के आते ही खुल जाता है पुल का शटर

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 जहाज के आते ही खुल जाता है पुल का शटर

 

पंबल ब्रिज इंजीनियरिंग का करिश्मा है. यह भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज है. पुल के लिफ्टिंग स्पैन और रामेश्वरम साइड पर परीक्षण किए गए. नया पुल पुराने पुल से 3 मीटर ऊंचा है. नए पुल को इस हिसाब से तैयार किया गया है कि नीचे से बड़े जहाज भी निकल सकें.  2.2 किमी लम्बाई वाला यह पुल किसी  खाड़ी पर बना हुआ भारत का सबसे लंबा पुल है.  जब पुल के पास जहाज आते हैं ट्रेनों को रोककर पुल को ऊपर उठा दिया जाता है, ताकि जहाज के लिए रास्ता बन सके.  

पुराने पुल से कितना अलग

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 पुराने पुल से कितना अलग

 

पुराने पंबल पुल पर ट्रेन की रफ्तार 10 किमी प्रति घंटे की थी, जबकि नए ब्रिज पर ट्रेनों की रफ्तार 80 किमी प्रति घंटे की है.  यानी इस ब्रिज पर सफर में लगने वाले सफर पहले से काफी कम हो जाएगा, जो सफर घंटेभर में पूरा होता था, अब वो 20 मिनट में पूरा हो सकेगा.  इसी तरह से पुराने पुल से जहाजों की आवाजाही के लिए पुल को मैन्युअल खोला जाता था. 40 लोग मिलकर ब्रिज को ओपन करते थे, लेकिन नए पुल को हाइड्रॉलिकली ओपन किया जाएगा. जिसमें सिर्फ 5 मिनट का समय लगता है. नए ब्रिज से बड़े जहाजों की आवाजाही भी हो सकेंगी.  

मौजूदा पुल से तीन मीटर ऊंचा

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 मौजूदा पुल से तीन मीटर ऊंचा

 

नया पंबन पुल 2,070 मीटर (6,790 फीट) लंबा वर्टिकल लिफ्ट समुद्री पुल है जो मौजूदा पंबन पुल के समानांतर बनाया गया है। नए पुल में समुद्र के पार 100 स्पैन होंगे, जिनमें से 99 18.3 मीटर और एक 72.5 मीटर का होगा। यह मौजूदा पुल से 3 मीटर ऊंचा है। नए पुल में बड़ी नावों को नीचे से गुजरने की अनुमति देने के लिए उच्च निकासी होगी, जिससे समुद्री संपर्क में सुधार होगा और क्षेत्र में सुगम परिवहन की सुविधा होगी।

कितना आया खर्च

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 कितना आया खर्च

 

पंबन पुल के निर्माण की जिम्मेदारी रेल विकास निगम लि. (RVNL) को मिली है. 535 करोड़ की लागत में इसका रिकंस्ट्रक्ट किया है.  पुल की स्‍ट्रक्‍चर डबल लाइनों के लिए बनाया गया है, ताकि  दोनों ओर से ट्रेनों की आवाजाही हो सके.  

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