CHINA की सुरक्षा को लगेगा बड़ा झटका, BRITAIN ने ड्रैगन के इस कदम पर लगाया अड़ंगा
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CHINA की सुरक्षा को लगेगा बड़ा झटका, BRITAIN ने ड्रैगन के इस कदम पर लगाया अड़ंगा

China-Britain Relation: चीन अपनी वायु सेना को मजबूत करने के लिए ब्रिटेन के रिटायर पायलटों की मदद ले रहा है. चीन के इस कदम पर ब्रिटेन आपत्ति जताते हुए अपने पायलटों को सख्त चेतावनी दी है.

CHINA की सुरक्षा को लगेगा बड़ा झटका, BRITAIN ने ड्रैगन के इस कदम पर लगाया अड़ंगा

China Air Force: चीन अपनी वायु सेना को मजबूत करने के लिए ब्रिटेन के रिटायर पायलटों की मदद ले रहा है. चीन के इस कदम पर ब्रिटेन आपत्ति जताते हुए अपने पायलटों को सख्त चेतावनी दी है. ब्रिटेन सरकार ने मंगलवार को कहा कि चीन के सैन्य कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए पूर्व और सेवारत ब्रिटिश वायु सेना के पायलटों की भर्ती के प्रयास के खिलाफ निर्णायक कदम उठा रही है. लंदन ने चीन के इस कदम को घरेलू और वैश्विक सुरक्षा के लिए "नंबर एक खतरा" और गंभीर चिंता का विषय करार दिया है.

ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने जारी की चेतावनी

ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि हम चीनी भर्ती योजनाओं को रोकने के लिए निर्णायक कदम उठा रहे हैं. जो कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए ब्रिटेन के सशस्त्र बलों के पूर्व पायलटों की तलाश कर रहे हैं. सशस्त्र बलों के मंत्री जेम्स हेप्पी ने ब्रॉडकास्टर स्काई न्यूज के सामने स्वीकार किया कि इस तरह का सहयोग वर्षों से रक्षा मंत्रालय के भीतर एक चिंता का विषय रहा है.

चीन के कदम पर ब्रिटेन की नजर

उन्होंने कहा कि हमारे काउंटर-इंटेलिजेंस लोग इसे करीब से देख रहे हैं. हमारी वायु सेना की क्षमताओं को समझने के लिए पायलटों की भर्ती स्पष्ट रूप से हमारे और रक्षा मंत्रालय के खुफिया हिस्से के लिए एक चिंता का विषय है. हेप्पी ने कहा कि अधिकारी इसमें शामिल पायलटों को पद छोड़ने की चेतावनी दे रहे हैं. हम कानून बनाने जा रहे हैं कि चेतावनी के बाद उनका आगे बढ़ना और उस प्रशिक्षण को जारी रखना एक अपराध होगा.

चीन ने किया साफ इंकार

यूके मीडिया ने कहा कि 30 से अधिक पूर्व पायलटों ने 240,000 पाउंड से अधिक की पेशकश स्वीकार की थी. भर्ती किए गए लोगों में से कई अपने 50 के दशक में हैं और हाल ही में ब्रिटिश वायु सेना छोड़ चुके हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह प्रथा 2019 से चल रही है लेकिन हाल ही में इसे और तेज कर दिया गया है. वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने ब्रिटिश पायलटों के इस तरह के रोजगार के बारे में किसी भी जानकारी से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि मुझे वे इन परिस्थितियों से अवगत नहीं है.

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