Birth Place of Christ Jesus: यूं तो फिलिस्तीन आज के समय में जंग की वजह से सुर्खियों में बनाया हुआ है. इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के चलते गाजा समेत फिलिस्तीन के कई शहर बुरी तरह तबाह हो चुके हैं. हालांकि अब जंग रुक गई है और लोग फिर से अपनी जिंदगी को शुरू करने की जिद्दोजहद में लग गए हैं, लेकिन आज हम आपको फिलिस्तीन में मौजूद ईसाई धर्म के सबसे पवित्र स्थल के बारे में बताने जा रहे हैं. वो जगह दिखाएंगे जहां यीशु मसीह का जन्म हुआ था.
यीशु मसीह का जन्म बेथलेहम (Bethlehem) में हुआ था. यह जगह आज के फिलिस्तीन के पश्चिमी तट में मौजूद है. हजरत ईसा का जन्म AD 1 माना जाता है. यहीं से अंग्रेजी कैलेंडर की शुरुआत भी मानी जाती है. जहां यीशु मसीह का जन्म हुआ था, उसे जगह पर अब एक चर्च है और इस चर्च को 'चर्च ऑफ नेटिविटी' कहा जाता है.
चर्च ऑफ नेटिविटी (Church of the Nativity) फिलिस्तीन के बेथलेहम में मौजूद है. यह चर्च ईसाई धर्म के सबसे पवित्र, पाक और मुकद्दस जगहों में से एक है. कहा जाता है कि इस चर्च का निर्माण मूल रूप से 4वीं शताब्दी (339) में करवाया था. हालांकि ये नष्ट हो गया था और फिर छठीं शताब्दी में इसको फिर से बनवाया गया.
बेथलेहम में मौजूद 'चर्च ऑफ नेटिविटी'आज यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल है. चर्च का डिज़ाइन प्राचीन बाइज़ैंटाइन वास्तुकला से प्रेरित है.
इस चर्च के अंदर एक विशेष गुफा है, जिसे 'Grotto of the Nativity' कहा जाता है. इस गुफा के अंदर एक चांदी का तारा है, जिसे प्रभु ईसा मसीह के जन्मस्थान का प्रतीक माना जाता है. इस तारे में 14 गोल आकृतियां उभरी हुई हैं.
कहा जाता है कि 'चर्च ऑफ नेटिविटी' ईसाई धर्म के तीन प्रमुख संप्रदायों (ग्रीक ऑर्थोडॉक्स, रोमन कैथोलिक और आर्मेनियन चर्च) के बीच साझा किया गया है. हर साल क्रिसमस के मौके पर हजारों तीर्थयात्री यहां आते हैं. हालांकि पिछले साल जंगी हालात की वजह से चर्च काफी सूना दिखाई दिया.
चर्च ऑफ नेटिविटी न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी अमूल्य है. यह विभिन्न सभ्यताओं और धार्मिक सह-अस्तित्व का प्रतीक है.
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