Bollywood Flop 8 Khans: बॉलीवुड के तीन बड़ों खान सलमान, शाहरुख और आमिर खान को इंडस्ट्री के पिलर के तौर पर देखा जाता है. तीनों दशकों से हिंदी सिनेमा से लेकर अपने फैंस के दिलों पर राज कर रहे हैं, लेकिन बॉलीवुड में ऐसे 8 खान भी हैं जिन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन वे सफल नहीं हो सके. जहां पिछले तीन दशकों से ये तीनों खान बॉक्स ऑफिस पर छाए हुए हैं. इसके उलट, ये 8 खान या तो गुमनामी की जिंदगी जी रहे हैं, एक्टिंग से दूर हो चुके हैं या फिर पूरी तरह से लाइमलाइट से बाहर हो गए हैं. आज हम आपको इन्हीं आठ खानों के बारे में बताने जा रहे हैं. चलिए जानते हैं लिस्ट में कौन-कौन से बड़े नाम शामिल है?
सबसे पहले बात फैसल खान की करते हैं, जिनको आज भी आमिर खान की फिल्म 'मेला' (2000) के लिए याद किया जाता है, जिसमें उन्होंने शंकर शेन का किरदार निभाया था. फैसल और आमिर खान दोनों ही निर्माता ताहिर हुसैन के बेटे हैं. हालांकि, जहां आमिर खान हिंदी सिनेमा के एक बड़े सुपरस्टार हैं तो वहीं, फैसल खान का करियर हिंदी सिनेमा में बड़ा फ्लॉप साबित हुआ. जब फैसल करियर में कोई कामयाबी हासिल नहीं कर पाए तो उन्होंने अभिनय से दूरी बना ली.
हिंदी सिनेमा दिग्गज अभिनेता फिरोज खान के बेटे फरदीन खान की बात करें तो, जब उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी वो बड़े पर्दे पर छा गए थे. लड़कियां उनकी दीवानी हो गई थीं. वो अपने अभिनय के साथ-साथ अपनी स्मार्टनेस के लिए भी जाने जाते थे. लेकिन फरदीन अपने स्टारडम को लंबे समय तक बनाए नहीं रख सके और धीरे-धीरे फिल्मों से दूर हो गए. काफी समय तक वो लाइमलाइट दूर रहे और इस साल उन्होंने संजय लीला भंसाली की सीरीज 'हीरामंडी' से वापसी की.
अब बात इमरान खान की करते हैं, जो सुपरस्टार आमिर खान के भांजे हैं. बॉलीवुड में उन्होंने कई बड़ी फिल्मों में काम किया आर कई बड़ी एक्ट्रेसेस के साथ बड़े पर्दे पर रोमांस किया, लेकिन उनका अभिनय करियर कुछ खास जलवा नहीं बिखेर सका. उन्होंने अपने करियर में कम ही हिट फिल्मों में काम किया, क्योंकि उनके हाथ ज्यादातर असफल और डिजास्टर फिल्में लगीं. धीरे-धीरे, उनकी फिल्मी करियर की चमक मुरझा गई और उनका करियर संकट में आ गया.
जायद खान भी हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता संजय खान के बेटे हैं. उन्होंने साल 2003 में आई फिल्म 'चुरा लिया है तुमने' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद वे शाहरुख खान की फिल्म 'मैं हूं ना' (2004), 'शब्द' (2005), 'दस' (2005), 'युवराज' (2008), 'ब्लू' (2009), और 'अंजाना अंजानी' (2010) जैसी फिल्मों में नजर आए. करियर के शुरुआती दौर में उन्हें कुछ सफलता मिली, लेकिन जल्द ही उनका करियर गिरने लगा, जिसके चलते उन्होंने एक्टिंग को अलविदा कह दिया.
कई टीवी शो और फिल्मों में नजर आ चुके अयूब खान भी हिंदी सिनेमा के दिवंगत अभिनेताओं में से एक दिलीप कुमार के भतीजे हैं. वे आज भी 'रॉक ऑन' और 'द डर्टी पिक्चर' जैसी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं. बॉलीवुड में उन्होंने कई फिल्मों में काम किया, लेकिन जिस तरह की सफलता की उन्हें उम्मीद थी, वो अब तक उनकी पहुंच से बाहर ही रही है. उनके करियर में बहुत सारी फिल्में शामिल हैं, लेकिन अब भी वे एक बड़ी सफलता की तलाश में हैं.
अपने दमदार अभिनय और कॉमेडी से फैंस हिंदी सिनेमा और फैंस के दिलों पर राज कर चुके दिवंगत अभिनेता कादर खान के बेटे सरफराज खान भी अपने करियर में ज्यादा सफलता हासिल नहीं कर पाए. उन्हें आज भी सलमान खान की सुपरहिट फिल्म 'तेरे नाम' के लिए जाना जाता है, जिसमें उन्होंने सलमान की दोस्त का किरदार निभाया था. फिल्मी करियर में सफलता न मिलने के बाद, उन्होंने कुछ फिल्मों में काम किया और फिर एक्टिंग से दूर हो गए. अब वे पूरी तरह से लाइमलाइट से बाहर हैं और एक गुमनाम जीवन जी रहे हैं.
शादाब खान, जो मशहूर अभिनेता अमजद खान के बेटे हैं, ने कई फिल्मों में काम किया. हालांकि, उन्हें एक्टिंग की दुनिया में इतनी सफलता हासिल नहीं हो सकी, जितनी उनके पिता ने हासिल की. इसके बाद, उन्होंने निर्देशन और राइटिंग की दुनिया में भी अपने करियर को बनाने की कोशिश की, लेकिन यहां भी उन्हें सफलता नहीं मिल सकी. शादाब खान ने अभिनय, निर्देशन और लेखन के कई पहलुओं में अपनी कोशिशें की, लेकिन हर बार उन्हें उतना सफल नहीं मिला जितना कि वे चाहते थे.
शहजाद खान भी हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार अजीत खान के बेटे हैं. इन्होंने भी अपने करियर में कई फिल्मों और टीवी शोज में अभिनय किया है. शहजाद ने अपने पिता की तरह अभिनय की कला में निपुणता दिखाई, लेकिन वे अपनी फिल्मों में उनके जैसा प्रभाव नहीं छोड़ पाए. बावजूद इसके, उन्हें वे सफलता हासिल नहीं हो पाई जिसकी वे खोज में थे और इसी के चलते वे धीरे-धीरे मीडिया और इंडस्ट्री की चकाचौंध भरी दुनिया से कई गायब से हो गए.
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