Pakistan Election Results 2024: पाकिस्तान में आखिरकार फाइनल चुनावी नतीजे सामने आ गए हैं. पाकिस्तान चुनाव आयोग से जारी नतीजों में किसी भी एक पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. चुनावी नतीजों के बाद अब सत्ता पाने के लिए जोड़तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है. इमरान खान के समर्थन में पूरे पाकिस्तान में नया माहौल बनता जा रहा है. वहीं, नवाज शरीफ ने अपने छोटे भाई शहबाज शरीफ को बाकी दलों से बातचीत का काम सौंपा है. पाकिस्तान के इस पूरे सियासी समीकरण में बिलावल भुट्टो किंगमेकर की भूमिका में आ सकते हैं. खबर यह भी है कि इस बार बिलावल भुट्टो किंगमेकर की बजाय किंग की भूमिका में आना चाहते हैं. हालांकि, सेना ही पाकिस्तान का आखिरी सच है.
वहीं, दूसरी तरफ चुनावी नतीजों में धांधली का आरोप लगाते हुए कई दल और धार्मिक संगठनों ने विरोध का बिगुल फूंक दिया है. इमरान खान की पार्टी पीटीआई के कार्यकर्ता कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. आशंका जताई जा रही है कि ऐसे में वहां 9 मई 2023 जैसे हालात बन सकते हैं और बड़े पैमाने पर फिर दंगा भड़क सकता है. इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रुप ने चुनाव से पहले ही दावा किया था कि अगर चुनाव में धांधली हुई तो पाकिस्तान में गृह युद्ध छिड़ सकता है. बता दें कि इमरान खान के समर्थकों ने 9 मई 2023 को इसी तरह का प्रदर्शन किया था और तब सेना से जुड़े संस्थानों पर हमले हुए थे.
पाकिस्तान में नई सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को नेशनल असेंबली में 265 में से 133 सीट जीतनी जरूरी हैं. बता दें कि नेशनल असेंबली की 336 सीट में से 266 पर ही मतदान कराया जाता है, लेकिन बाजौर में हमले में एक उम्मीदवार की मौत हो जाने के बाद एक सीट पर मतदान स्थगित कर दिया गया था. अन्य 60 सीट महिलाओं के लिए और 10 अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं और ये जीतने वाले दलों को आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर आवंटित की जाती हैं. नई सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 265 सीट में से 133 सीट चाहिए.
पाकिस्तानी पॉलिटिकल लीग में सीटों का शतक लगाने के बावजूद इमरान खान मैच हार चुके हैं. नवाज की मुस्लिम लीग और बिलावल की पीपुल्स पार्टी साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए तैयार हैं. लेकिन, पीएम पद का पेच फंस सकता है. सूत्रों के मुताबिक, इस बार बिलावल भुट्टो किंगमेकर की बजाय किंग की भूमिका में आना चाहते हैं. हालांकि, सेना ही पाकिस्तान का आखिरी सच है. बताया जा रहा है कि सेना की पर्ची में इस बार नवाज शरीफ की ताजपोशी तय है. ऐसे में बिलावल पर नवाज का पलड़ा भारी पड़ सकता है.
चुनावी नतीजों से साफ हो चुका है कि किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिली है. इसके बाद अब सभी पार्टियों के पास सरकार बनाने के लिए सिर्फ जोड़तोड़ का ही ऑप्शन है. इमरान खान सीटों का शतक लगाया है, लेकिन वो जीतकर भी हार गए हैं. वहीं, नवाज शरीफ की कोशिश है कि किसी भी हाल में सरकार वही बनाएं, जबकि बिलावल चाहते हैं वो गद्दी पर बैठें. ऐसे में सवाल है कि सरकार बनाने के लिए क्या समीकरण हो सकते हैं. नवाज शरीफ की PML-N, बिलावल भुट्टो की PPP और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान मिलकर आसानी से सरकार बना सकती है, लेकिन प्रधानमंत्री कौन बनेगा यह साफ नहीं है?
जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 101 सीट पर जीत दर्ज की है. वहीं, तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) 75 सीट जीतकर तकनीकी रूप से संसद में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. बिलावल जरदारी भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) दूसरे नंबर पर है और उसे 54 सीट मिली हैं, जबकि मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान को 17 सीट मिलीं हैं.
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