Salim Khan Struggle and Love Story: सलीम खान और जावेद अख्तर के काम और जीवन पर आधारित डॉक्यू-सीरीज 'एंग्री यंग मेन' अब अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीमिंग हो रही है. इस सीरीज में उनके बच्चे, सलमान खान, फरहान अख्तर और जोया अख्तर भी शामिल हैं, जो इन शानदार राइट्स के साथ बड़े होने की कहानियों को याद करते नजर आते हैं. अपने करियर की पीक पर, उन्होंने कई हिट फिल्में दीं और कहा जाता है कि वे उस समय के सबसे बड़े नायकों से भी ज़्यादा पैसे लेते थे. साथ ही इस डॉक्यू-सीरीज में सलीम खान ने पुरानी यादों को ताजा किया है. उन्होंने मुंबई में अपने शुरुआती संघर्षों और अपनी लव लाइफ के से जुड़े कुछ अनसुने किस्से भी शेयर किए हैं.
हिंदी सिनेमा के दिग्गज लेखकों की जोड़ी सलीम खान और जावेद अख्तर के जीवन पर आधारित एक नई डॉक्यूमेंट्री सीरीज 'एंग्री यंग मेन' हाल ही में अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो रही है. इस सीरीज में दोनों दिग्गजों के बच्चे सलमान खान, फरहान अख्तर और जोया अख्तर भी नजर आ रहे हैं, जो उनके साथ जिंदगी में बिताए कुछ खास पलों को साझा करते नजर आते हैं. साथ ही इस दौरान दोनों की प्रोफेशनल लाइफ के साथ-साथ पर्सनल लाइफ से जुड़े कई अनसुने किस्से भी उजागर हो रहे हैं, जिनमें सलीम खान की स्ट्रगल और लव स्टोरी भी शामिल है.
हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार सलमान खान के पिता और जाने-माने राइटर सलीम खान फिल्मों की स्क्रिप्टिंग के साथ-साथ उनमें काम भी कर चुके हैं. हालांकि, उन्होंने कुछ ही समय एक्टिंग में अपना हाथ आजमाया, लेकिन उनको एक अच्छे राइटर, निर्माता-निर्देशक के तौर पर जाना जाता है. अपनी डॉक्यूमेंट्री सीरीज 'एंग्री यंग मेन' में सलीम खान ने अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए बताया कि जब वे मुंबई आए थे, तब वे मरीन ड्राइव पर मरीना गेस्ट हाउस में ठहरे थे. उन्होंने बताया कि वे हर महीने आधे कमरे के लिए 55 रुपये किराया देते थे.
एक्टर से लेखक बने सलीम खान के सपने बहुत साधारण थे. उन्होंने बताया, 'मुझे पहले 110 रुपए में एक पूरा कमरा किराए पर लेना था, लेकिन ये सपना कभी पूरा नहीं हुआ'. इंदौर में अपनी आरामदायक ज़िंदगी छोड़कर सलीम ने मुंबई में कई मुश्किलों का सामना किया. सलीम खान ने बताया, 'मेरे पास कोई और ऑप्शन नहीं था. जब मैं मुंबई के लिए निकल रहा था, मेरे बड़े भाई ने कहा कि तुम्हें यहां से भागना पड़ेगा. इंदौर में हमारी जिंदगी आरामदायक थी, लेकिन मैं पैसे मांगना नहीं चाहता था, इसलिए मैंने संघर्ष किया'.
मुसीबत भरे दिनों में सलीम खान की मुलाकात सलमा खान से हुई, जो उस समय सिर्फ 17 साल की थीं और सलीम खान 24 साल के थे. वे अक्सर अपनी बालकनी से सलमा को देखा करते थे, जो माहिम के रेजी हाउस बिल्डिंग के पास रहती थीं. सलीम बताते हैं, 'हमारी मुलाकात आंखों से शुरू हुई. हमारी नजरें मिलती थीं और शाम को हम पास की गलियों में मिलते थे'. लेकिन जैसे-जैसे उनका रिश्ता बढ़ा, सलमा के परिवार ने सलीम पर शादी करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया और दोनों ने साल 1964 में शादी कर ली, जिसके साल भर बाद साल 1965 में सलमान खान का जन्म हुआ.
सलीम खान ने अपनी आर्थिक परेशानियों के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा, 'शादी और एक बेटा होने के बाद फिर पैसे और नौकरी की चिंता हमेशा रहती है कि आगे क्या होगा? मुझे पैसे की जरूरत थी. इसलिए मैंने हर काम किया जो मेरे सामने आया. मैंने सिगरेट और कपड़ों के एडवरटीजमेंट भी किए, जो भी मौका मिला, मैंने उसे स्वीकार कर लिया'. सलीम खान ने अपने एक्टिंग करियर के बारे में बात करते हुए बताया कि अपने शुरुआती संघर्षों के बावजूद उन्होंने महसूस किया कि उनका असली काम पर्दे पर नहीं उसके पीछे था.
उन्होंने कहा, 'मैं दिलीप कुमार या अमिताभ बच्चन जैसे कलाकार को एक कैरेक्टर समझा सकता था, लेकिन खुद अच्छा परफॉर्मेंस नहीं कर सकता था. मुझे नारेशन और कांसेप्ट की कला आती थी, लेकिन प्रोजेक्शन की कला में मैं कमजोर था'. सलीम खान ने कई फिल्मों में काम किया और आखिर में उन्होंने एक्टिंग छोड़ने का फैसला किया. उन्हें लगने लगा था कि वे इसमें ज्यादा ऊंचाई नहीं हासिल कर पाएंगे. इसलिए उन्होंने स्क्रिप्ट राइटिंग में भी अपनी किस्मत आजमाने का फैसला लिया और अपार सफलता हासिल की.
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