यह फेस्टिवल सभी आर्ट लवर्स को कई प्रदर्शनियों, कार्यशालाओं और डेमो में भाग लेने या यहां तक कि बॉडी सर्कस में भाग लेने के लिए एक स्टेज देता है. यह एक ऐसा प्रोग्राम है जहां मेहमानों को बॉडी पेंट, मास्क और मेकअप लुक वाले सबसे अजीबोगरीब ड्रेस पहनने का मौका मिलता है.
1990 के दशक के अंत में, ऑस्ट्रियाई एलेक्स बेरेन्ड्रेट की नजर 1970 के दशक की जर्मन मॉडल वेरुस्का की फैशन तस्वीरों पर पड़ी, जिसमें सिर से पैर तक बॉडी पेंट से ढका हुआ था. वह उत्सुक थे, लेकिन उनके आर्ट फॉर्म को लोगों के सामने लाने में विफल रहा. इसलिए 1998 में उन्होंने इसे यूरोप में पहला बॉडी-पेंटिंग फेस्टिवल लाने का फैसला लिया.
वर्ल्ड बॉडीपेंटिंग फेस्टिवल दक्षिण ऑस्ट्रियाई शहर क्लागेनफर्ट में मनाया जाता है. प्रतिभागी ब्रश, स्पंज, एयरब्रशिंग से प्रतिस्पर्धा करते हैं. बॉडी पेंटिंग कार्यक्रम में एक म्यूजिक फेस्टिवल, फूड मार्केट और मुख्य प्रतियोगिता शुरू होने से पहले एक सप्ताह की कार्यशालाएं भी होती हैं.
मनुष्य के शुरुआती दिनों से ही बॉडी पेंटिंग अभिव्यक्ति का एक माध्यम रही है. आधुनिक समय में, कलाकारों ने आर्ट के क्षेत्र में अपना हाथ नए तरीके से आजमाया है और समय-समय पर फैशन में बदलाव हुए, जिससे लोगों का ध्यान आकर्षित हुआ है.
बॉडी पेंटिंग ने विदेश में लोगों को काफी जागरुक किया है और कई सारे लोग इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. इस तरह के फेस्टिवल से मीडिया का ध्यान आकर्षित हुआ है. बॉडी पेंटिंग को एक रियलिटी टीवी शो की तरह भी शुरू किया जा चुका है.
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