मैलकम मार्शल की उपलब्धियों की क्रिकेट जगत में चर्चा होती रही है, लेकिन उनके असामयिक निधन के 25 साल बाद उनके गृह नगर में लगता नहीं है कि कोई उन्हें उस तरह से याद करता है जिसके वह हकदार थे. मैलकम मार्शल को उनके शहर ने ही भुला दिया है, क्योंकि उस जगह की कोई सुध लेने वाला नहीं है जहां इस दिग्गज क्रिकेटर को दफनाया गया है.
दुनिया भर के बल्लेबाजों में अपनी तूफानी गेंदबाजी से दहशत पैदा करने वाले मैलकम मार्शल को उनके शहर ने ही भुला दिया है, क्योंकि उस जगह की कोई सुध लेने वाला नहीं है जहां इस दिग्गज क्रिकेटर को दफनाया गया है. मार्शल की उपलब्धियों की क्रिकेट जगत में चर्चा होती रही है, लेकिन उनके असामयिक निधन के 25 साल बाद उनके गृह नगर में लगता नहीं है कि कोई उन्हें उस तरह से याद करता है जिसके वह हकदार थे.
इस तेज गेंदबाज की 41 साल की उम्र में कैंसर से मौत हो गई थी. उन्हें जहां दफनाया गया है वहां चारों तरफ गंदगी फैली हुई है और वह क्षेत्र प्लास्टिक की बोतलों से पटा पड़ा है. ऐसा लगता है कि नई पीढ़ी उनकी उपलब्धियों से वाकिफ नहीं है.
अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जब पूछा जाता है कि मार्शल को कहां दफनाया गया है, तो किसी के पास उसका जवाब नहीं होता है. मैलकम मार्शल ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 1991 में खेला था. मैलकम मार्शल ने टेस्ट क्रिकेट में 20.94 की औसत से 376 विकेट लिए थे.
प्रशंसक चाहते हैं कि वेस्टइंडीज टी20 वर्ल्ड कप का बादशाह बने. वेस्टइंडीज 14 साल के बाद पुरुष वर्ल्ड कप की मेजबानी कर रहा है और इसको लेकर पूरे क्षेत्र में उत्साह बना हुआ है. अमेरिका में टी20 वर्ल्ड कप के मैचों के दौरान क्रिकेट प्रेमियों में खास उत्साह नहीं देखा गया लेकिन वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड प्रशंसकों को इस टूर्नामेंट से जोड़ने में सफल रहा है.
ब्रिजटाउन में हवाई अड्डे सहित हर जगह पर टी20 वर्ल्ड कप को लेकर पोस्टर और बैनर लगे हैं. टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल 29 जून को ब्रिजटाउन में ही होगा और इसलिए यहां चारों तरफ ‘होम ऑफ फाइनल’ के बैनर लगे हुए हैं. वेस्टइंडीज ने डेरेन सैमी की कप्तानी में दो बार टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता और प्रशंसकों को उम्मीद है कि वह कोच के रूप में भी यह उपलब्धि हासिल करने में सफल रहेंगे.
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