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Surya Grahan Kab Hai: चैत्र महीने की अमावस्या यानी 8 अप्रैल को साल का पहला सूर्यग्रहण लगने जा रहा है. इस दिन सोमवती अमावस्या है. हालांकि ये सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा लेकिन विश्व के कई हिस्सों में इसका असर दिखाई देगा. सर्यग्रहण तब लगता है जब धरती, सूर्य और चंद्रमा एक लाइन में आ जाते हैं. सूर्यग्रहण लगने से 12 घंटे पहले इसका सूतक काल शुरू हो जाता है इस दौरान मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं. इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता.
खासकर गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान अपना ज्यादा ध्यान रखना होता है. सूर्यग्रहण के दिन दान करके और कुछ उपाय करके जीवन को सुखमय बनाया जा सकता है. इस दिन किए उपाय बड़े फलदायी होते हैं. इसके अलावा ग्रहण के अशुभ प्रभाव से भी छुटकारा मिलता है. तो आइए जानते हैं
सूर्यग्रहण का समय
साल का पहला सूर्यग्रहण 8 अप्रैल को रात 9 बजकर 10 मिनट पर लगेगा और 9 अप्रैल को सुबह 2 बजकर 22 मिनट पर खत्म हो जाएगा.
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सूतककाल कब से लगेगा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण से पहले सूतककाल 12 घंटे पहले से लग जाता है. इसलिए सूर्यग्रहण का सूतक काल 8 अप्रैल को सुबह 9 बजकर 10 मिनट तक लग जाएगा. हालांकि, भारत में ये दिखाई नहीं देगा इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं माना जाएगा. हालांकि इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं और जीवन को सुखमय बना सकते हैं
सूर्यग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए ग्रहण के दौरान मंत्रों का जाप करना अच्छा रहता है. इस दौरान सूर्य के बीज मंत्र का जाप फलदायी रहेगा.
सूर्यग्रहण के दिन योग-ध्यान करना शुभ रहता है, इससे मानसिक शांति मिलती है और ग्रहण का अशुभ प्रभाव भी कम होता है.
सूर्यग्रहण के दिन दान करना भी बेहद शुभ रहता है इस दिन गेंहू, गुड़, लाल कपड़े, तांबा आदि का दान करने से व्यक्ति की उन्नति होती है. साथ ही घर धन-धान्य से भर जाता है.
सूर्यग्रहण के दिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना भी शुभ होता है. इससे व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)