Thali Mein Roti ke Niyam: थाली में एक साथ क्यों नहीं रखते तीन रोटियां? एक ऐसी गलती, जो दुर्भाग्य को घर में दे देती है न्योता
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Thali Mein Roti ke Niyam: थाली में एक साथ क्यों नहीं रखते तीन रोटियां? एक ऐसी गलती, जो दुर्भाग्य को घर में दे देती है न्योता

Thali mein Roti Rakhne ke Niyam: सनातन धर्म में आपने देखा होगा कि कहीं भी थाली में एक साथ 3 रोटी रखकर नहीं दी जाती है. आखिर इसकी वजह क्या है. आज आपको इसका रहस्य जान लेना चाहिए वरना यह किसी दिन आपको भारी पड़ सकता है. 

Thali Mein Roti ke Niyam: थाली में एक साथ क्यों नहीं रखते तीन रोटियां? एक ऐसी गलती, जो दुर्भाग्य को घर में दे देती है न्योता

Thali mein 3 Roti Ek Sath Kyon Nahin Rakhni Chahiye: हम और आप सब पेट भरने के लिए रोजाना थाली में रखकर भोजन करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि सनातन धर्म में कभी भी 3 रोटियां एक साथ थाली में रखकर नहीं परोसी जाती. जबकि इस्लाम में सारी रोटियां खाने वाले के सामने रख दी जाती हैं. आखिर ऐसा क्यों है. यह कौन सा नियम है, जिसका हजारों वर्षों से करोड़ों हिंदू लगातार पालन करते आ रहे हैं. अगर आप इसे अंधविश्वास कहकर टरकाने की सोच रहे हैं तो आप गलत है. इसके पीछे कई बड़े शास्त्रीय और वैज्ञानिक नियम छिपे हैं. जिसके बारे में आज आपको जानना चाहिए. 

थाली में एक साथ 3 रोटी क्यों नहीं रखनी चाहिए?

ज्योतिष शास्त्र के जानकारों के मुताबिक किसी भी व्यक्ति को भूलकर भी 3 रोटियां एक साथ थाली में रखकर नहीं देनी चाहिए. ऐसा करना मृतक को भोजन देने के समान माना जाता है. दूसरे शब्दों में कहें तो इसका अर्थ ये होता है कि वह व्यक्ति मर चुका है या मरने वाला है. 

सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार किसी व्यक्ति की मृत्यु होने पर त्रयोदशी संस्कार किया जाता है. इसमें थाली में तीन रोटी रखकर छत पर रख दी जाती है, जिसे कौवे और दूसरे परिंदे खा जाते हैं. मान्यताओं के मुताबिक ऐसा इसलिए किया जाता है, जिससे मृतक की भटकती आत्मा भोजन करके अपनी भूख शांत कर सके और उसे मोक्ष मिल सके. 

परिवार के शुरू हो जाते हैं दुर्दिन, झेलना पड़ता है संकट

ज्योतिषविदों के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति नियमित रूप से थाली में एक साथ 3 रोटी रखकर खाता है तो इसके बड़े विकट परिणाम शुरू हो जाते हैं. ऐसा करने से भोजन कर रहे व्यक्ति के अंदर सामने वाले के प्रति दुश्मनी का भाव उत्पन्न हो जाता है. साथ ही उसके घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह तेज हो जाता है और परिवार के लोग बीमार होने शुरू हो जाते हैं. इस एक गलती से परिवार के आर्थिक स्रोत सूखने लगते हैं और वह धीरे- धीरे कंगाली की ओर बढ़ जाता है. 

सनातन मान्यता पर क्या कहता है विज्ञान?

वैज्ञानिक नजरिए से भी देखें तो थाली में रोटी, दाल, चावल को पेट भरने के लिहाज से सर्वोत्तम माना जाता है. इससे न केवल पेट भर जाता है बल्कि शरीर को पोषण भी मिलता है लेकिन अगर रोटियों की संख्या बढ़ाकर रोजाना 3 कर लेते हैं तो इससे मोटापा बढ़ने लग जाता है, जिससे डायबिटीज, पेट की गड़बड़ी, हार्ट अटैक समेत सेहत से जुड़ी कई दिक्कतें शुरू होने लग जाती हैं. 

ज्यादा भूख हो तो क्या करें?

अगर आपको ज्यादा भूख हो तो आप शुरू में 2 रोटी और बाद में 1- 1 एक्स्ट्रा रोटी लेकर खा सकते हैं. लेकिन थाली में एक साथ 3 रोटी रखने से परहेज करना चाहिए. कई बार में हम 3 रोटी रख लेते हैं लेकिन बाद में 1 रोटी छोड़ देते हैं. ऐसे में उस बची हुई रोटी को लोग खाने से परहेज करते हैं, जिससे अनाज का नुकसान होता है. लिहाजा इससे बचना चाहिए. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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