Shradh Niyam : 17 सितंबर से पितृ पक्ष प्रारंभ हो रहे हैं, जो कि 2 अक्टूबर तक तक चलेंगे. यह समय पितरों को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने का होता है. पितृ पक्ष के 15 दिन दौरान हमारे पूर्वज हमें आशीर्वाद देने के लिए धरती पर आते हैं. इसलिए इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है, बल्कि पितरों को सम्मान देने के लिए उनके निमित्त श्राद्ध, दान, ब्राह्मण भोजन आदि कराया जाता है. साथ ही यह समय काफी सादगी से बिताया जाता है इसलिए इस दौरान अपने उपयोग के लिए नई चीजें खरीदने की मनाही होती है. पितृ पक्ष में केवल दान देने के लिए ही चीजें खरीदना चाहिए. इसके अलावा ऐसी 3 चीजें खरीदना भी पितृ पक्ष में वर्जित बताया गया है, जिन्हें खरीदने से भयानक दोष लगता है.
घर-परिवार तबाह कर देता है 'त्रिदोष'
पितृपक्ष में केवल नया घर, नई गाड़ी, जमीन, कपड़े, गहने, सजावटी सामान आदि की खरीदारी ही वर्जित नहीं है, बल्कि 3 ऐसी चीजों को खरीदने की भी मनाही की गई है, जिनका रोजाना उपयोग होता है लेकिन श्राद्ध में इन चीजों को खरीदना त्रिदोष का कारण बनता है. श्राद्ध में इन चीजों को खरीदने से पितृ नाराज होते हैं. जीवन में मुसीबतें पीछा नहीं छोड़ती हैं. आर्थिक हानि होती है. नौकरी-व्यापार में तरक्की रुक जाती है. रिश्तों और सेहत पर बुरा असर पड़ता है.
सरसों का तेल : पितृ पक्ष या श्राद्ध के दौरान तेल नहीं खरीदना चाहिए. बेहतर है कि श्राद्ध पर्व शुरू होने से पहले ही सरसों का तेल खरीद कर रख लें. वरना शनि का प्रकोप पीछा नहीं छोड़ेगा.
झाड़ू : झाड़ू का संबंध धन की देवी मां लक्ष्मी से है और पितृ पक्ष या श्राद्ध में नई झाड़ू खरीदना गरीबी लाता है.
नमक : श्राद्ध के दौरान नमक खरीदना भी वर्जित है. बेहतर है कि श्राद्ध के भोजन या दान के लिए नमक दान करना है तो पहले ही खरीद लें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)