Valentine Day 2025: वेलेंटाइन डे से पहले नारियल लेकर इस मंदिर में लगा लें हाजिरी, मिल जाएगा सच्चा प्यार!
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Valentine Day 2025: वेलेंटाइन डे से पहले नारियल लेकर इस मंदिर में लगा लें हाजिरी, मिल जाएगा सच्चा प्यार!

Valentine Day 2025: यह मंदिर सच्चे प्रेम और रिश्तों को मजबूती देने का प्रतीक माना जाता है. अगर आप भी अपने जीवनसाथी की तलाश में हैं, तो इस मंदिर में आकर भगवान शिव का आशीर्वाद ले सकते हैं.

Valentine Day 2025: वेलेंटाइन डे से पहले नारियल लेकर इस मंदिर में लगा लें हाजिरी, मिल जाएगा सच्चा प्यार!

Valentine Day 2025: वैलेंटाइन डे आने वाला है और कई लोग जो सिंगल हैं, उन्हें अपने लिए सही पार्टनर की तलाश है. मगर अक्सर उन्हें मनचाहा जीवनसाथी नहीं मिल पाता या तालमेल ठीक से नहीं बैठता. ऐसे में झारखंड की राजधानी रांची के उलातु गांव में स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर है. इस शिव मंदिर को लेकर मान्यता है जहां एक बार माथा टेकने से मनचाहे जीवनसाथी की मुराद पूरी होती है. आइए जानते हैं इस अनोखे शिव मंदिर से जुड़ी मान्यताओं के बारे में.

मनचाहे जीवनसाथी की मुराद होती है पूरी

मंदिर के पुजारी बताते हैं कि हर दूसरे-तीसरे दिन लड़के-लड़कियां यहां भगवान से अपने लिए अच्छा जीवनसाथी मांगने आते हैं. उनकी इच्छाएं 2-3 महीने के भीतर पूरी हो जाती हैं. मान्यता है कि इस मंदिर में मथा टेकने वालों को सिर्फ अच्छा पार्टनर ही नहीं मिला, बल्कि उनकी शादी भी हुई और आज वे सुखी जीवन बिता रहे हैं.

मंदिर में पूजा करने का खास तरीका

यहां आने वाले भक्त अपनी मुराद मांगने के लिए नारियल लेकर आते हैं, लेकिन इसे अन्य मंदिरों की तरह फोड़ते नहीं हैं. कहा जाता है कि जब तक मुराद पूरी नहीं होती है तब तक उस नारियल को मंदिर में बांधकर छोड़ देना होता है. वहीं, जब किसी की इच्छा पूरी हो जाती है, तो वह नारियल वापस ले जाकर उसे प्रसाद के रूप में बांट देते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां कई जोड़े शादी के बाद हवन करने भी आते हैं. मान्यता है कि इस मंदिर में नारियल लेकर हाजिरी लगाने से किसी का रिश्ता टूटता नहीं है. 

कहां है यह मंदिर और कैसे पहुंचे वहां तक?

भगवान शिव का यह अनोखा मंदिर झारखंड की राजधानी रांची के उलातु गांव में स्थित है. यहां तक पहुंचने के लिए सबसे आसान तरीका गूगल मैप है. गूगल मैप पर YBN University सर्च करें और वहां तक पहुंचें. यूनिवर्सिटी के ठीक पीछे एक बड़ा पहाड़ दिखेगा, जिसे उलातु पहाड़ कहा जाता है. इस पहाड़ पर चड़ते ही आपको मंदिर दिखाई देगा. इस मंदिर में सुरक्षा को लेकर भी खास इंतजाम किये गए हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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