सभी देवी-देवताओं को अलग-अलग चीजें प्रिय होती हैं. मां लक्ष्मी को फल में नारियल पसंद है. कहते हैं कि पूजा में नारियल की स्थापना के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है. वहीं, दिवाली की रात पूजन में नारियल को अवश्य शामिल करें.ये मां लक्ष्मी का प्रिय होने के कारण इसे श्रीफल भी कहा जाता है. इसके अलावा, मां लक्ष्मी को नारियल के लड्डू, कच्चा नारियल और जल से भरा नारियल भी अर्पित किया जा सकता है.
वैसे सालभर में ऐसे कई अवसर आते हैं, जब मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष फल प्राप्त होता है. लेकिन उन सभी त्योहारों में दिवाली सबसे खास है. ये पूरा माह ही मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को समर्पित होता है. कहते हैं कि दिवाली पर मां लक्ष्मी धरती पर भक्तों के बीच होती हैं और उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर उन्हें मुंह मांगा फल देती हैं. ऐसे में बता दें कि मां लक्ष्मी का प्रिय रंग गुलाबी है. उन्हें इस दौरान गुलाबी रंग के वस्त्र अर्पित करने से वे जल्दी प्रसन्न होती हैं.
देवी-देवताओं की पूजा के समय उन्हें ताजे और प्रिय फूल अर्पित करने से पूजा जल्दी स्वीकार होती है. ऐसे में दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करते समय उन्हें गुलाब या कमल का फूल अर्पित किया जा सकता है. दोनों ही फूल मां लक्ष्मी को बेहद प्रिय हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस बार दिवाली 24 अक्टूबर की मनाई जा रही है. बता दें कि इस बार छोटी और बड़ी दिवाली एक ही दिन मनाई जाएगी. इस दिन रात में दिवाली पूजन के बाद मां लक्ष्मी को भोग लगाया जाता है. कहते हैं मां लक्ष्मी की प्रिय चीजों का भोग लगाने से वे जल्दी प्रसन्न होती हैं. ऐसे में उन्हें सफेद रंग की मिठााई,खीर, बर्फी आदि का भोग लगाएं.
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