Holika Dahan 2024: होली के त्योहार का लोगों को पूरे साल भर से इंतजार रहता है. कहीं-कहीं होली से एक महीने पहले ही होली की धूम मच जाती है. वैदिक पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जाता है और अगले दिन रंगों वाली होली खेली जाती है. इस साल होलिका दहन 24 मार्च को किया जाएगा और अगले दिन यानी 25 मार्च को होली खेली जाएगी. इस 8 दिन पूर्व यानी 17 मार्च से होलाष्टक की शुरुआत हो चुकी है. शास्त्रों के अनुसार होलिका दहन के कुछ रीति-रिवाज होते हैं. आज हम आपको उन 5 लोगों के बारे में बताएंगे जिनका होलिका दहन देखना शुभ नहीं माना जाता है. आइए जानते हैं.
शास्त्रों के मुताबिक शादी के बाद पहली बार ससुराल आई दुल्हन को होलिका दहन नहीं देखना चाहिए. ये शुभ नहीं माना जाता है. कहा जाता है कि इससे शादीशुदा जीवन में कई संकट आ सकते हैं और कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
गर्भवती महिलाओं को भी होलिका दहन देखने से बचना चाहिए. इसके अलावा होलिका की परिक्रमा करना भी अशुभ माना जाता है. इससे दोष लग सकता है और बच्चे पर अशुभ प्रभाव पड़ सकता है जो उसकी आने वाली जिंदगी में कई बाधाएं उत्पन्न कर सकता है.
शास्त्रों के मुताबिक नवजात शिशु को भी होलिका दहन नहीं दिखाना चाहिए. ऐसा करने से आपके बच्चे को नकारात्मकता का सामना करना पड़ सकता है. नेगेटिव एनर्जी का असर शिशु पर हो सकता है. कहा जाता है कि होलिका दहन में सब अपनी नकारात्मकता की आहुति देने आते हैं.
कहा जाता है कि सास और बहु को कभी भी एक साथ होलिका दहन नहीं देखना चाहिए. ऐसा करने से आपसी मतभेद बढ़ सकते हैं और रिश्तों में कड़वाहट पैदा हो सकती है. घर में क्लेश बढ़ने की संभावना भी बनी रहती है.
जिन माता पिता की एक ही संतान होती है उन्हें होलिका दहन की अग्नि देखने से बचना चाहिए. ये शुभ नहीं माना जाता है. घर के किसी बड़े बुजुर्ग को होलिका दहन की परंपराओं को निभाना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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