IND vs AUS: टीम इंडिया के धाकड़ विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज में केवल तीन मुकाबले ही खेलने को मिले. ईशान किशन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विशाखापत्तनम में खेले गए पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में 39 गेंदों पर 58 रन बनाए थे.
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IND vs AUS T20I: टीम इंडिया के धाकड़ विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज में केवल तीन मुकाबले ही खेलने को मिले. ईशान किशन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विशाखापत्तनम में खेले गए पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में 39 गेंदों पर 58 रन बनाए थे. बाएं हाथ के इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने इसके बाद तिरुवनंतपुरम में खेले गए दूसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में 32 गेंदों पर 52 रनों की पारी खेली थी. ईशान किशन गुवाहाटी में खेले गए तीसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में बिना खाता खोले आउट हो गए थे.
ईशान किशन की अनदेखी बर्दाश्त नहीं कर पाया ये दिग्गज?
ईशान किशन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और पांचवें टी20 इंटरनेशनल मैच की प्लेइंग इलेवन में नहीं चुना गया. टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में श्रेयस अय्यर, ऋतुराज गायकवाड़ और जितेश शर्मा जैसे बल्लेबाजों की मौजूदगी के कारण ईशान किशन को मौका नहीं मिल पाया. भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज अजय जडेजा ईशान किशन को टुकड़ों में मौके दिए जाने की वजह से बहुत नाखुश हैं. अजय जडेजा ने स्पोर्ट्स तक को दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'ईशान किशन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पूरी पांच मैचों की टी20 सीरीज भी नहीं खेली. ईशान किशन को तीन मैचों के बाद आराम करने के लिए घर भेज दिया गया था. तो अगर यह जारी रहेगा, तो आप कैसे सुनिश्चित करेंगे कि वह पूरी तरह से तैयार हैं?'
3 टी20 मैच खेलकर ही थक गए थे ईशान किशन?
अजय जडेजा ने कहा, 'वर्ल्ड कप 2023 के तुरंत बाद एक सीरीज थी. ईशान किशन ने तीन मैच खेले और घर चले गए. क्या वह वास्तव में तीन मैचों के बाद इतना थक गए थे कि उन्हें आराम की जरूरत थी? ईशान किशन ने वर्ल्ड कप 2023 में भी सभी मैच नहीं खेले. वह इसका हकदार था. वर्ल्ड कप 2023 के पहले कुछ मैचों की प्लेइंग इलेवन में उसकी जगह थी. कितने भारतीय खिलाड़ियों ने अच्छे दिन पर दोहरा शतक बनाया है? वह अपना दिन होने पर मैच का रुख बदल सकता है. वह कब तैयार होगा? क्या आप उसे ट्रायल में रखेंगे हर समय? पिछले दो साल में उन्होंने कितने खेल खेले हैं? भारतीय क्रिकेट की यह समस्या आज की नहीं है. यह बहुत पुरानी समस्या है कि हम खिलाड़ियों को चुनते नहीं बल्कि उन्हें अस्वीकार कर देते हैं,'