Mohammed Shami: टीम इंडिया के स्टार गेंदबाज मोहम्मद शमी भले ही क्रिकेट जगत में एक बड़ा नाम हैं. लेकिन वे निजी जिंदगी के चलते अक्सर चर्चा में रहते हैं. शमी अपनी पत्नी हसीन जहां से 2018 में अलग हो गए थे. उनकी एक बेटी भी है. अब 6 साल बाद एक बार फिर यह मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है. हसीन जहां ने सोशल मीडिया पर मोहम्मद शमी के खिलाफ एक लंबा चौड़ा पोस्ट लिखा. उन्होंने इस मामले में पुलिस प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.
मुझे मदद नहीं मिली- हसीन जहां
हसीन जहां ने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, ' मेरे स्टार पति और उसके परिवार वालो के तरफ से मेरे साथ बहुत गलत किया गया. मैं मजबूर हुई और मुझे प्रशाशनिक और कोर्ट की मदद लेनी पड़ी. लेकिन प्रशानिक हेल्प जिस तरह से मिलनी चाहिए थी मुझे नहीं मिली. अमरोहा की पुलिस ने मुझे और मेरी 3 साल की बेटी पर टॉर्चर किया. सरकार ने मेरी बेइज्जती और मेरे साथ हुई अन्याय का तमाशा देखती रही और देख भी रही है, जबकी इनलोगों को सच्ची बात पता है फिर भी. कोलकाता निचली अदालत अन्याय कर रही है. 06.03,24 को मैंने अमरोहा के एस.पी. शुधीर कुमार जी को एक शिकायत दी और अनुरोध किया कि जनता के साथ मिलकर आपकी जांच चल रही है और हमें कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने मुझे यकीन दिलाया कि आप फिकर न करें, कोई भी हमें दबाव नहीं देगा। कुछ दिन कटने के बाद एफ.आई.आर. कॉपी नहीं मिली थी, तो मैं फिर से एस.पी. से संपर्क करने के लिए कोशिश कर सकता हूं जो संभव नहीं हो पाया.'
पुलिस पर लगाए आरोप
हसीन जहां ने आगे लिखा, 'एस.पी.अमरोहा से मिलने के लिए 18.03.24 को मैंने फिर से अपॉइंटमेंट लिया, मुझे सुबह 11 बजे का समय दिया गया और मैं एस.पी. कार्यालय पहुंच गई. लेकिन एस.पी. जी के P.R.O सुनील कुमार ने मेरे साथ बहुत ही अभद्र व्यवहार किया और साफ लफ्जों में कहा कि मुझे एसपी जी से नहीं मिलने दिया जाएगा. मुझे बहुत रोना आया लेकिन फिर मैंने सोचा दोगले समाज में रहती हूं. अपने महंगे आंसू इसलिए खुदा के सामने ही बहाऊंगी और खुद को मजबूत किया और वापस आ गई.उसके बाद मैंने एस.पी.अमरोहा को मैसेज किया कि आपके पी.आर.ओ. ने मेरे साथ बत्तमीजी की और आपसे मिलने नहीं दिया. जिसका उत्तर मुझे अभी भी नहीं आया है. ये सब सिर्फ मुझे एक मुस्लिम औरत होने के नाते सहन करना पड़ रहा है. अगर मैं हिंदू होती और जितने जुल्म मेरे साथ हुए और हो रहे हैं तो शायद मेरे साथ अब तक न्याय हो चुका होता!'
सुप्रीम कोर्ट में पेश होने का प्लान
उन्होंने लिखा मैं जानती हूं कि उचित न्याय मुझे सर्वोच्च न्यायालय से ही मिलेगा. लेकिन मेरे साथ न्याय न हो इसलिए कोर्ट सिर्फ तारीख पर तारीख दे रही है. हाई कोर्ट मेरी सुनवाई लेना नहीं चाहती. घूसखोर लोग मेरे मामले की लिस्टिंग नहीं होने देते. भारत की मीडिया बिकाऊ नहीं होती तो देश की जनता को सच्चाई पता होती. आप लोग अब देखिये शमी अहमद,,,बीजेपी सरकार और यू.पी. पुलिस की मदद से मेरा मर्डर प्लान करेगा.'