Border-Gavaskar Trophy: आखिर में अश्विन और जडेजा की जोड़ी ने भारत की छह विकेट की जीत सुनिश्चित की. रोहित ने कहा, 'कभी कभार आपको चीजों को सरल रखना होता है, जो हो रहा है, उसे ज्यादा पेचीदा नहीं करना होता. शनिवार को उन्होंने 12 ओवर में एक विकेट पर 61 रन बनाए जो पांच रन प्रति ओवर से ज्यादा था.
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Team India: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2-0 से जीतकर टीम इंडिया के हौसले बुलंद हैं. दिल्ली टेस्ट में टीम इंडिया ने 6 विकेट से ऑस्ट्रेलिया को रौंद डाला. रवींद्र जडेजा ने मैच में 10 विकेट झटके. भारत की तरफ से विनिंग चौका चेतेश्वर पुजारा ने लगाया. लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी देख घबरा गए थे. इसका खुलासा उन्होंने जीत के बाद किया है.
ट्रेविस हेड ने दिल्ली टेस्ट में दूसरी शाम जिस तरह से बल्लेबाजी की शुरुआत की थी, उससे भारतीय खेमा थोड़ा घबरा गया था. कप्तान रोहित शर्मा खुद चिंतित हो गए थे. लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने अपने तीनों स्पिनरों से लंबी बातचीत की और तय किया कि मेजबान टीम अपनी मूल रणनीति से नहीं भटके.
घबरा गए थे रोहित
चोटिल डेविड वॉर्नर की गैरमौजूदगी में पहली बार पारी का आगाज करने उतरे हेड ने तेजी से नाबाद 39 रन बनाये और दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन स्टंप्स तक ऑस्ट्रेलिया को एक विकेट पर 61 रन तक पहुंचा दिया. रोहित को इससे थोड़ी चिंता हुई जिसने उन्हें रविवार की सुबह खेल शुरू होने से पहले आर अश्विन, रविंद्र जडेजा और अक्षर पटेल की स्पिन तिकड़ी से बात करने के लिये मजबूर कर दिया.
आखिर में अश्विन और जडेजा की जोड़ी ने भारत की छह विकेट की जीत सुनिश्चित की. रोहित ने कहा, 'कभी कभार आपको चीजों को सरल रखना होता है, जो हो रहा है, उसे ज्यादा पेचीदा नहीं करना होता. शनिवार को उन्होंने 12 ओवर में एक विकेट पर 61 रन बनाए जो पांच रन प्रति ओवर से ज्यादा था. मैं देख सकता था कि हम थोड़ा घबरा गए थे और हम काफी बार फील्डिंग में बदलाव की कोशिश कर रहे थे.'
स्पिनर्स से कही ये बात
उन्होंने कहा, 'सुबह मैं सिर्फ इन तीनों स्पिनरों को यह कहना चाहता था कि संयम रखो. हमें बार-बार फील्डिंग में बदलाव की जरूरत नहीं है जैसा कि हमने बीती शाम किया था. हम कसी गेंदबाजी करेंगे और बल्लेबाज को ही गलती करने देंगे.' रोहित ने मैच के बाद कहा, 'मैं महसूस कर सकता था कि वे उसी तरीके से (आक्रामकता से) बल्लेबाजी करना चाहते थे और विकेट ऐसा नहीं था कि आप उतरो और बस शॉट खेलना शुरू कर दो.'
उन्होंने कहा, 'आपको संतुलन बनाना था और उन्हें दबाव में लाना था. अगर वे कुछ शॉट खेलते हैं तो हम बतौर गेंदबाजी इकाई अपनी योजना नहीं बदलेंगे. अक्षर, जड्डू और एश ने इस तरह के हालात में काफी क्रिकेट खेली है. जब चीजें आपके अनुरूप नहीं जा रही हों तो आपको उन पर भरोसा करना होगा.'
(इनपुट-IANS)
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