On This Day In 1997 : जब जयसूर्या ने खूंटा गाड़ ठोके 340 रन, आउट करने में छूट गए थे भारतीय बॉलर्स के पसीने
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On This Day In 1997 : जब जयसूर्या ने खूंटा गाड़ ठोके 340 रन, आउट करने में छूट गए थे भारतीय बॉलर्स के पसीने

6 अगस्त 1997 यानी आज ही के दिन श्रीलंका के दिग्गज सनथ जयसूर्या ने कोलंबो में एक महान पारी खेली. क्रिकेट के महान ऑलराउंडर्स में से एक जयसूर्या ने कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में भारत के खिलाफ 340 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी.

On This Day In 1997 : जब जयसूर्या ने खूंटा गाड़ ठोके 340 रन, आउट करने में छूट गए थे भारतीय बॉलर्स के पसीने

Sanath Jayasuriya 340 runs : 6 अगस्त 1997 यानी आज ही के दिन श्रीलंका के दिग्गज सनथ जयसूर्या ने कोलंबो में एक महान पारी खेली. क्रिकेट के महान ऑलराउंडर्स में से एक जयसूर्या ने कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में भारत के खिलाफ 340 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी. यह टेस्ट क्रिकेट इतिहास में श्रीलंका के लिए किसी बल्लेबाज द्वारा दूसरा सबसे बड़ा स्कोर भी है. महेला जयवर्धने के साउथ अफ्रीका के खिलाफ बने 374 रन सबसे बड़ा स्कोर है.

श्रीलंका ने बनाए 952 रन

जयसूर्या ने अपनी बल्लेबाजी कौशल और ऑलराउंड प्रदर्शन किया, जिसने उन्हें क्रिकेट इतिहास में एक महान खिलाड़ी के रूप में नाम भी दिया. उनकी यह पारी श्रीलंकाई क्रिकेट के इतिहास में एक यादगार पल है. जयसूर्या की शानदार बल्लेबाजी ने श्रीलंका को भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले मैच में 952 रनों के पहाड़नुमा स्कोर तक पहुंचाया. हालांकि, मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ.

भारत ने की शानदार वापसी

जयसूर्या की इस पारी ने श्रीलंका को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया, लेकिन भारतीय टीम ने भी अच्छी वापसी की और मैच को ड्रॉ पर समाप्त करने में सफल रही. यह दोनों टीमों के बीच एक रोमांचक और यादगार मैच साबित हुआ. जयसूर्या ने पहली पारी में तीन विकेट लिए और भारत ने 8 विकेट के नुकसान पर 537 रनों पर अपनी पारी घोषित की. जयसूर्या की गेंदबाजी ने श्रीलंकाई टीम को एक मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया और भारतीय टीम को एक अच्छा स्कोर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी. 

जयसूर्या की 'खूंटा गाड़' बल्लेबाजी

श्रीलंका की बल्लेबाजी के दौरान सनथ जयसूर्या ने मारवन अटापट्टू के साथ पारी की शुरुआत की. अपने ओपनिंग साथी का शुरुआत में विकेट खोने के बाद इस ऑलराउंड ने रोशन महानामा के साथ एक मजबूत साझेदारी की. पहला विकेट गिरने के बाद जयसूर्या और महानामा की जोड़ी तीन दिन तक बल्लेबाजी करते रही. जयसूर्या ने दिन 175 रन पर नाबाद रहते हुए समाप्त किया, जबकि महानामा 115 पर थे.

चौथे दिन के अंत तक, श्रीलंका ने केवल एक विकेट के नुकसान पर 587 रन जोड़ लिए थे. सनथ जयसूर्या ने पहले ही तिहरा शतक पूरा कर लिया था. उनके साथी रोशन महानामा ने दोहरा शतक जमाया था. दोनों ने चौथे दिन तक बल्लेबाजी जारी रखी. जयसूर्या 340 रन बनाकर आउट हुए, जिससे कई रिकॉर्ड टूट गए. उन्होंने यह रन बनाने के लिए 578 गेंदें लगीं. श्रीलंकाई स्टार ने अपनी महान पारी के दौरान 36 चौके और दो छक्के लगाए. उनकी महानामा के साथ साझेदारी 576 रन की थी, जो किसी भी विकेट के लिए श्रीलंका के लिए दूसरी सबसे बड़ी टेस्ट साझेदारी है.

राजेश चौहान ने लिया विकेट

सनथ जयसूर्या को भारतीय गेंदबाज राजेश चौहान ने आउट किया. जयसूर्या के आउट होने के बाद, अरविंद डी सिल्वा ने शतक लगाया और उसके बाद श्रीलंकाई कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने 86 रनों की एक और पारी खेली. श्रीलंका ने 952 रनों के साथ अपनी पारी घोषित की और मैच ड्रॉ रहा. इस मैच में श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया और जयसूर्या, महानामा, डी सिल्वा और रणतुंगा ने भारतीय गेंदबाजों को खूब छकाया.

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