Pakistan Cricket Team: पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने अपने करियर के पीछे एक आदमी का सबसे बड़ा हाथ बताया है. बता दें कि वसीम अकरम के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 916 विकेट लेने का रिकॉर्ड है. वसीम अकरम ने अपनी आत्मकथा सुल्तान: एक मेमॉयर में कई बड़े खुलासे किए हैं. वसीम अकरम के मुताबिक उनका करियर बनाने में पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर जावेद मियांदाद का बड़ा हाथ है.
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Wasim Akram: पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम ने अपने करियर के पीछे एक आदमी का सबसे बड़ा हाथ बताया है. बता दें कि वसीम अकरम के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 916 विकेट लेने का रिकॉर्ड है. वसीम अकरम ने अपनी आत्मकथा सुल्तान: एक मेमॉयर में कई बड़े खुलासे किए हैं. वसीम अकरम के मुताबिक उनका करियर बनाने में पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर जावेद मियांदाद का बड़ा हाथ है.
916 विकेट लेने वाले वसीम अकरम का बड़ा खुलासा
वसीम अकरम ने अपनी किताब में खुलासा करते हुए कहा कि साल 1985 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तत्कालीन कप्तान जावेद मियांदाद ने सेलेक्टर्स से उनके नाम पर विचार करने के लिए कहा था, जिसके कुछ दिनों के बाद उनकी किस्मत खुल गई. अकरम 18 साल की उम्र में एक अनजान क्लब के क्रिकेटर थे, जब उन्हें पहली बार लाहौर में एक ट्रायल में मियांदाद ने देखा था.
इस दिग्गज ने बनाया मेरा करियर
60 अन्य स्थानीय गेंदबाजों में अकरम को पाकिस्तान के तत्कालीन कप्तान मियांदाद को गेंदबाजी करने का मौका दिया गया, जो चोट से उबरने के बाद नेट सत्र के लिए गद्दाफी स्टेडियम में थे. अकरम की गेंद को स्विंग करने की क्षमता और तेज गति ने मियांदाद का ध्यान आकर्षित किया और हफ्तों बाद, 1985 में पाकिस्तान के न्यूजीलैंड दौरे पर उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू कराया गया, जिससे एक शानदार अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत हुई.
जावेद ने मुझे पहली बार देखा तो और तभी मुझे पहचाना
वसीम अकरम ने सेन की दिस इज योर जर्नी से कहा, 'मुझे एहसास हुआ कि जब लाहौर में जावेद ने मुझे पहली बार देखा तो और तभी मुझे पहचाना. उन्होंने मुख्य चयनकर्ताओं में से एक के सामने मेरी प्रशंसा की. मैंने सोचा कि कुछ हो सकता है अगर मैं ध्यान केंद्रित करूं.'
वनडे मैचों में 502 विकेट
अकरम ने 356 वनडे मैचों में 23.52 की औसत से 502 विकेट लिए और 1992 क्रिकेट वर्ल्ड कप फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में पाकिस्तान को जीत दिलाई. उन्होंने 104 टेस्ट में 23.62 की औसत से 414 विकेट लिए और यहां तक कि पाकिस्तान की कप्तानी भी की. अब मियांदाद द्वारा प्रशंसा किए जाने के बाद अकरम अविश्वसनीय रूप से भाग्यशाली महसूस कर रहे थे कि उन्हें महान बल्लेबाज ने देखा और उन्हें मौका दिया. अगर चीजें इस तरह से नहीं होती तो वह क्रिकेट में नहीं आ पाते.
(Source - IANS)
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