MP Election 2023 news: सियासत में अपनों को या विरोधियों को बयानों के जरिए संदेश देने की परंपरा रही है. मध्य प्रदेश चुनाव के दौरान कांग्रेस के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह से मौजूदा राजनीति पर सवाल किया गया. उन्होंने बेबाकी से जवाब देते हुए कहा कि मोटी चमड़ी वाले ही राजनीति में टिक पाते हैं.
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Digvijay singh News: दिग्विजय सिंह किसी पहचान के मोहताज नहीं है. करीब करीब सभी मुद्दों पर वो अपनी राय भी रखते हैं. यह बात अलग है कि उनके बयानों पर विवाद उठ खड़ा होता है. बीजेपी, संघ के बारे में उनकी आलोचना जगजाहिर है. इन सबके बीच चुनावी मौसम में उन्होंने कहा कि मोटी चमड़ी वाले ही राजनीति में टिक पाते हैं. सियासी दल या शख्सियत जब कोई बयान देते हैं तो वो अकारण नहीं होता है. मुहावरों के जरिए, तंज के जरिए वो अपने विरोधियों पर निशाना साधते हैं. वो निशाना अपने दल पर भी हो सकता है. अब दिग्विजय सिंह ने यह बयान किस संदर्भ में दिया है यह तो साफ नहीं है. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि वो कमलनाथ के विरोधियों को संदेश देने की कोशिश कर रहे थे.
क्या है दिग्गी ज्ञान के पीछे रहस्य
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि वे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए कार्यकर्ताओं के गुस्से का भी सामना करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि मोटी चमड़ी वाले ही राजनीति में टिक पाते हैं. उन्होंने कहा बदलते समय के साथ राजनीति का मिजाज बदल रहा है.आप देख सकते हैं कि सियासी लोगों की भाषा निचले स्तर पर जा चुकी है. किसी तरह से सत्ता हासिल हो इसकी फिराक में राजनीतिक दल जुटे हुए हैं, आज की सियासी भाषा पहले की तुलना में खराब हो चुकी है.
Politicians who don’t have Thick Skin can’t survive in Politics. Basic Principle in Public Life. Be strong what you believe in and be prepared to be abused for your Firm Belief. Gandhi ji was killed because he had “Courage of Conviction”!
Where are such Politicians now? Sad.— digvijaya singh (@digvijaya_28) November 2, 2023
अब पहले वाली राजनीति कहां
दिग्विजय ने एक्स पर लिखा है कि जिन राजनेताओं की चमड़ी मोटी नहीं होती वे राजनीति में टिक नहीं पाते. सार्वजनिक जीवन में मूल सिद्धांत, आप जिस पर भरोसा करते हैं उस पर कायम रहें. यही नहीं अपने दृढ विश्वास के लिए बुरा व्यवहार भी सहने के लिए तैयार रहें। गांधी जी की हत्या इसलिए की गई क्योंकि उनमें दोषी ठहराने का साहस था ! अब कहां हैं ऐसे राजनेता? दिग्विजय सिंह के इस बयान के अलग-अलग तरह से अर्थ निकाले जा रहे हैं. मगर यह तो साफ है कि वे कमलनाथ के साथ हैं और उनके लिए किसी भी स्थिति का सामना करते रहेंगे.