Ayman al Zawahiri: अल कायदा (Al Qaeda) के सरगना अयमान अल जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) मार गिराया गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषणा की कि अमेरिका ने काबुल में हवाई हमले में अल-कायदा के नेता अयमान अल-जवाहिरी को मार गिराया है.
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Ayman al Zawahiri Killed: अमेरिका ने आतंकवादी संगठन अल कायदा (Al Qaeda) के सरगना अयमान अल जवाहिरी (Ayman al-Zawahiri) को मार गिराने का दावा किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषणा की कि अमेरिका ने काबुल में हवाई हमले में अल-कायदा के नेता अयमान अल-जवाहिरी को मार गिराया है. अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, अल जवाहिरी 31 जुलाई को एयर स्ट्राइक में मारा गया है.
31 जुलाई की रात मारा गया
71 वर्षीय जवाहिरी एक समय पर ओसामा बिन लादेन के निजी चिकित्सक के रूप में काम किया था. अमेरिका द्वारा ओसामा बिन लादेन को मारने के 11 साल बाद जवाहिरी का अंत हुआ है. अमेरिकी अधिकारी के अनुसार, जवाहिरी काबुल में एक सेफहाउस में शरण लिए हुआ था और दो हेलफायर मिसाइलों के हवाई हमले में मारा गया. स्ट्राइक 31 जुलाई को रात 9:48 बजे की गई. स्ट्राइक के दौरान काबुल में कोई भी अमेरिकी कर्मी जमीन पर नहीं था.
I’m addressing the nation on a successful counterterrorism operation. https://t.co/SgTVaszA3s
— President Biden (@POTUS) August 1, 2022
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, 'अल जवाहिरी 9/11 हमले की प्लानिंग में शामिल था. इस हमले में 2,977 लोग मारे गए थे और इन हत्याओं के लिए जवाहिरी जिम्मेदार था. दशकों तक, वह अमेरिकियों के खिलाफ हमलों का मास्टरमाइंड था.'
तालिबान के प्रवक्ता ने क्या कहा?
अल जवाहिरी की मौत पर तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा, 31 जुलाई को काबुल शहर के शेरपुर इलाके में एक रिहायशी मकान पर हवाई हमला किया गया. उन्होंने कहा, पहले घटना स्पष्ट नहीं थी, लेकिन इस्लामिक अमीरात की सुरक्षा और खुफिया सेवाओं ने घटना की जांच की और शुरुआती निष्कर्षों ने निर्धारित किया कि हमला एक अमेरिकी ड्रोन द्वारा किया गया था. मुजाहिद ने कहा कि हम इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं और इसे अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों और दोहा समझौते का स्पष्ट उल्लंघन बताते हैं.
अल जवाहिरी पर साल 2000 में 12 अक्टूबर को यमन में अमेरिकी जहाज यूएसएस कोल पर भी हमले का आरोप है. इन हमलों में अमेरिका के 17 नौसैनिक मारे गए थे और 30 अन्य घायल हुए थे.
इसके अलावा 7 अगस्त, 1998 को केन्या और तंजानिया में अमेरिकी दूतावासों पर हुए बम विस्फोटों में उसकी भूमिका के लिए अल जवाहिरी को अमेरिका में दोषी ठहराया गया था. इन हमलों में 224 लोग मारे गए थे और 5,000 से अधिक लोग घायल हुए थे.
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