महिला को झोंटा पकड़कर खींचा, फिर घसीट घसीटकर लात-घूसों की बौछार, हैवानियत का खौफनाक मामला
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महिला को झोंटा पकड़कर खींचा, फिर घसीट घसीटकर लात-घूसों की बौछार, हैवानियत का खौफनाक मामला

Dhaka News: महिला के साथ छात्रों के भेष में आई कट्टरपंथियों की बर्बरता यहीं नहीं रूकी. उन्होंने मारपीट के बाद महिला के बीच सड़क पर खड़ा दिया और उसकी आंखों में मिट्टी फेंकने लगे. उपद्रवियों का जब इतने से भी मन नहीं भरा तो वो महिला के घर पहुंचे और जमकर पथराव कर दिया.

सांकेतिक तस्वीर (क्रेडिट: lexica AI)

Bangladesh Chaos Women Attack in Dhaka: बांग्लादेश की यूनुस सरकार में इस्लामिक कट्टरपंथी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे. कट्टरपंथी महिलाओं को चुन चुनकर टारगेट कर रहे हैं. उनके घर उजाड़े जा रहे हैं  और युनूस सरकार सिर्फ तमाशा देख रही है. बांग्लादेश में महिलाओं के साथ बर्बरता की ताजा मिलाल राजधानी ढाका से सामने आई. जहां कट्टरपंथियों की जमात एक महिला के साथ बर्बरता करते हुए उसे मौत के मुंह तक पहुंचा दिया था.

'बांग्लादेश की महिलाएं खतरे में हैं'

कट्टरपंथी जमात की बर्बरता झेल रही कुछ महिलाओं का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने शेख हसीना के पुश्तैनी घर पर हुए हमले के विरोध करते हुए बस इतना की कहा कि 'बिल्डिंग नंबर 32 को गिराना सही नहीं'. फिर क्या था कट्टरपंथी जमात के आतंकी जैसे पागल हो गए और सबसे पहले ये बात कहने वाली महिला पर धावा बोल दिया.

महिलाओं पर हावी कट्टरपंथी 'जमात'

कट्टरपंथियों ने महिला को बीच सड़क पर घेर लिया, उसे जमीन पर पटका और लात-घूसों की बरसात करने लगे. महिलाओं भीड़ से अपनी जान बचाने की गुहार लगाती रही. लेकिन कट्टरपंथी जैसे बर्बरता की सारी हदें पार करने को आमादा थे. 

बांग्लादेश में सिस्टम तो मर गया, महिलाओं की हाय खाक में मिला देगी

महिला के साथ छात्रों के भेष में आई कट्टरपंथियों की बर्बरता यहीं नहीं रूकी. उन्होंने मारपीट के बाद महिला के बीच सड़क पर खड़ा दिया और उसकी आंखों में मिट्टी फेंकने लगे. उपद्रवियों का जब इतने से भी मन नहीं भरा तो वो महिला के घर पहुंचे और जमकर पथराव कर दिया.

जहां एक तरफ बांग्लादेश में महिलाओं को कट्टरपंथी निशाना बना रहे हैं. वहीं भारत में महिलाओं को कितने सम्मान से देखा जाता है इस बात की गवाही दी पाकिस्तान से भारत रहने आई सीमा हैदर ने, जिसने कहा, 'भारत में जितना, बेटी को, बहू को और महिलाओं को सम्मान दिया जाता है, दुनिया के किसी देश में कहीं पर भी बेटी को मान सम्मान, बहू को मान सम्मान नहीं मिलता है. 

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