FTA: ओमान के साथ बातचीत समाप्त, भारत ने 100 से ज्यादा उत्पादों पर नहीं मांगी रियायत?
Advertisement
trendingNow12608153

FTA: ओमान के साथ बातचीत समाप्त, भारत ने 100 से ज्यादा उत्पादों पर नहीं मांगी रियायत?

FTA: भारत और ओमान के बीच एफटीए ( Free Trade Agreement ) पर बातचीत समाप्त हो गई है. ओमान के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) में भारत शराब और सिगरेट जैसे 100 से ज्यादा उत्पाद श्रेणियों पर सीमा शुल्क रियायत की मांग नहीं कर रहा है. 

FTA: ओमान के साथ बातचीत समाप्त, भारत ने 100 से ज्यादा उत्पादों पर नहीं मांगी रियायत?

FTA: भारत और ओमान के बीच एफटीए ( Free Trade Agreement ) पर बातचीत समाप्त हो गई है. ओमान के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) में भारत शराब और सिगरेट जैसे 100 से ज्यादा उत्पाद श्रेणियों पर सीमा शुल्क रियायत की मांग नहीं कर रहा है. सूत्रों ने यह जानकारी दी.  हालांकि, ओमान ने कुछ उत्पादों पर अपने बाजार पहुंच प्रस्तावों में अमेंडमेंट की मांग की है.

सूत्रों ने कहा कि दोनों पक्षों ने ओमान द्वारा उठाए गए तीन से चार मुद्दों पर चर्चा की है. भारत को ओमान में अपनी करीब  98 फीसदी वस्तुओं के लिए बेहतर बाजार पहुंच प्राप्त होने की उम्मीद है, साथ ही सर्विस क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण पहुंच प्राप्त होगी. उन्होंने कहा, " करीब 125-130 टैरिफ लाइनें (या उत्पाद श्रेणियां) हो सकती हैं, जहां हमने शुल्क रियायत की मांग नहीं की है और इसमें शराब और सिगरेट जैसी वस्तुएं शामिल हैं."

क्या है मकसद?
भारत और ओमान ने समझौते के लिए 14 जनवरी को पांचवें दौर की बातचीत की, जिसका मकसद द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देना है. समझौते के लिए बातचीत औपचारिक रूप से नवंबर, 2023 में शुरू हुई थी. बातचीत को आधिकारिक तौर पर व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) कहा जाता है.

ओमान की ये है मांग 
ओमान का इंपोर्ट ड्यूटी चार्ज से 100 फीसदी  तक है, साथ ही कुछ स्पेशल चार्ज भी हैं. कुछ खास में मांस, मदिरा और तम्बाकू उत्पादों पर 100 फीसदी शुल्क लागू है. उद्योग सूत्रों के मुताबिक, भारत को पेट्रोकेमिकल उत्पादों पर शुल्क रियायतें नहीं देनी चाहिए, जो ओमान की एक प्रमुख मांग है.

पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्री ने गंभीर चिंताएं की जाहिर 
भारतीय पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्री ने अपनी गंभीर चिंताएं जताई हैं और सरकार से दरख्वास्त किया है कि वह ओमान की इस मांग को स्वीकार न करे. भारतीय पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्री में सार्वजनिक क्षेत्र की बड़ी यूनिट्स और प्राइवेट कंपनियां, दोनों शामिल हैं. दोनों मुल्कों में द्विपक्षीय व्यापार 2022-23 में 12.39 अरब डॉलर से घटकर 2023-24 में 8.94 अरब डॉलर रह गया है. पिछले वित्त वर्ष में भारत का निर्यात 4.42 अरब डॉलर था. ( भाषा इनपुट के साथ )

TAGS

Trending news