मध्य पूर्व में अमेरिकी युद्धपोतों और लड़ाकू विमानों की हालिया तैनाती पर ब्लिंकन ने कहा कि यह केवल बचाव करने के लिए है. वहीं जी-7 के मंत्रियों ने एक बयान में मिडिल ईस्ट की स्थिति को लेकर चिंता जताई है. बयान में कहा गया, 'हम सभी पक्षों से अनुरोध करते हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ दें और तनाव को कम करें. मिडिल ईस्ट में टेंशन बढ़ने से किसी भी देश का फायदा नहीं होगा.'
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ईरान और इजरायल युद्ध की शुरुआत आज (5 अगस्त) से ही हो सकती है. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जी-7 देशों को यह चेतावनी दी है. Axios में छपी एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. ब्लिंकन ने अमेरिका के सहयोगी देशों के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल की ताकि 'आखिरी वक्त' पर ईरान और हिजबुल्लाह पर दबाव बनाया जा सके ताकि युद्ध के खतरे को कम किया जा सके.
जी-7 देशों ने जताई चिंता
मध्य पूर्व में अमेरिकी युद्धपोतों और लड़ाकू विमानों की हालिया तैनाती पर ब्लिंकन ने कहा कि यह केवल बचाव करने के लिए है. वहीं जी-7 के मंत्रियों ने एक बयान में मिडिल ईस्ट की स्थिति को लेकर चिंता जताई है. बयान में कहा गया, 'हम सभी पक्षों से अनुरोध करते हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ दें और तनाव को कम करें. मिडिल ईस्ट में टेंशन बढ़ने से किसी भी देश का फायदा नहीं होगा.'
'13 अप्रैल जैसा हमला करेगा ईरान'
व्हाइट हाउस का मानना है कि ईरान इजरायल पर वैसा ही हमला कर सकता है, जैसा उसने 13 अप्रैल को किया था, जिसमें उसने यहूदी देश पर बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोनों की बौछार कर दी थी. हालांकि, इसका पैमाना बहुत बड़ा हो सकता है क्योंकि अन्य इजरायली दुश्मन भी इसमें शामिल हो जाएंगे.
टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक, हालात अभी भी गंभीर बने हुए हैं. ऐसे में इजरायल अचानक से हमला करने की योजना बना रहा है. इजरायल की दो नामी खुफिया एजेंसियों मोसाद और शिन बेट के चीफ ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की, जिसमें इजरायल के आर्मी चीफ और रक्षा मंत्री भी शामिल रहे.
जंग के मुहाने पर खड़ा है इजरायल
हमले की इजाजत तभी दी जाएगी, जब इसका सबूत मिल जाएगा कि ईरान ने जंग की पूरी तैयारी कर ली है. इजरायल एक और जंग के मुहाने पर खड़ा है. कथित तौर पर हमास चीफ इस्माइल हानिया और हिजबुल्लाह के टॉप कमांडर फुआद शुक्र की हत्या के पीछे इजरायल का हाथ बताया जा रहा है. अमेरिका खास तौर से इस बात से परेशान है कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा था कि हनिया के खून का बदला लेना उनका 'कर्तव्य' है और उन्होंने इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की कसम खाई थी. खामेनेई ने पिछले हफ्ते कहा था कि अपराधी और आतंकी यहूदी देश ने हमारे मेहमान की हत्या कर दी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोसाद ने ईरान के एजेंट्स को हायर किया और उनसे उस गेस्टहाउस में बम रखवा दिया, जहां तेहरान में हानिया ठहरा हुआ था. जब यह कन्फर्म हो गया कि गेस्टहाउस में हानिया ही रुका हुआ है, तो बटन दबाकर हानिया को मार दिया गया और ईरानी एजेंट फरार हो गए.
(एजेंसी इनपुट के साथ)