South Africa’s Genocide Case Against Israel: दक्षिण अफ्रीका ने गुरुवार को सुनवाई के पहले दिन इजरायल पर गाजा में नरसंहार करने का आरोप लगाया और मांग की कि संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत फिलिस्तीनी क्षेत्र में इजरायल के सैन्य अभियान को आपातकालीन रूप से निलंबित करने का आदेश दे.
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Israel-Hamas War News: इंटरनेशनल कोर्ट में इजरायल के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका की तरफ से दायर याचिका पर दो दिवसीय सुनवाई शुरू हो गई है. रॉयटर्स के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका ने गुरुवार को सुनवाई के पहले दिन इजरायल पर गाजा में नरसंहार करने का आरोप लगाया और मांग की कि संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत फिलिस्तीनी क्षेत्र में इजरायल के विनाशकारी सैन्य अभियान को आपातकालीन रूप से निलंबित करने का आदेश दे.
दूसरी तरफ इजरायल ने इन आरोपों को सिरे से खारिज दिया और कहा कि दक्षिण अफ्रीका ‘हमास की कानूनी शाखा के रूप में काम कर रहा है. इजरायल शुक्रवार को अदालत में अपना पक्ष रखेगा.
‘इतिहास में पाखंड का सबसे बड़ा प्रदर्शन’
टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक इजरायल ने इस कार्यवाही को ‘इतिहास में पाखंड का सबसे बड़ा प्रदर्शन’ कहता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लियोर हयात ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका ‘हमास की कानूनी शाखा के रूप में काम कर रहा है.
हयात ने पर ‘इस तथ्य को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया कि नरसंहार को अंजाम देने की कोशिश में हमास के आतंकवादियों ने इजरायल में घुसपैठ की, हत्या की, बलात्कार किया और इजरायली नागरिकों का अपहरण किया, सिर्फ इसलिए कि वे इजरायली थे.’
अपने ट्वीट में, हयात का कहना है कि दक्षिण अफ्रीका ‘हमास को युद्ध अपराध, मानवता के खिलाफ अपराध और 7 अक्टूबर को बार-बार किए गए यौन अपराधों को अंजाम देने की अनुमति देना चाहता है.’ उन्होंने दक्षिण अफ़्रीका के वकीलों को "अदालत में हमास के प्रतिनिधि’ भी कहा.
गुरुवार को आईसीजे में दक्षिण अफ्रीका ने और क्या कहा?
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में दो दिनों की सुनवाई के पहले दिन, दक्षिण अफ्रीका ने कहा कि गाजा स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार इजराइल के आक्रामक हमले ने तटीय क्षेत्र के अधिकांश हिस्से को नष्ट कर दिया है और 23,000 से अधिक लोगों को मार डाला है.
रॉयटर्स के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका के हाई कोर्ट के वकील तेम्बेका न्गकुकैतोबी ने अदालत को बताया, 'गाजा को नष्ट करने का इरादा राज्य के उच्चतम स्तर पर पोषित किया गया है.' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सहित इजरायल के राजनीतिक और सैन्य नेता 'नरसंहार भड़काने वालों' में शामिल हैं.जिस तरह से यह सैन्य हमला किया जा रहा है उससे यह स्पष्ट है.'
अंतरराष्ट्रीय अदालत नरसंहार के आरोप पर केवल एक राय देगी, हालांकि इस पर बारीकी से नजर रखी जा रही है.