Ukraine-Russia War Update: रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) में से कोई भी झुकने के लिए तैयार नहीं है. दोनों देशों की तरफ से जंग जारी है. करीब 5 लाख लोग दोनों तरफ से मारे जा चुके हैं. बड़ी संख्या में पलायन हुआ है. फिर भी शक्तिशाली रूस के आगे यूक्रेन नहीं झुका.
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Russia-Ukraine War Latest News: रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) को आज 1 साल पूरा हो गया है. 24 फरवरी 2022 को शुरू हुई इस भीषण जंग ने एक खूबसूरत देश यूक्रेन को खंडहर में तब्दील कर दिया. पिछले 1 साल से जारी ये युद्ध कब रुकेगा, इसका अंदाजा लगा पाना भी मुमकिन नहीं है क्योंकि दोनों में से कोई भी देश पीछे हटने को तैयार नहीं है. 1 साल में मारे गए लोगों का कोई सटीक आंकड़ा तो नहीं है, लेकिन अलग-अलग रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक साल में दोनों देशों के 5 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. रूस अब तक यूक्रेन के मारियुपोल, दोनेत्स्क, खेरसॉन और लुहांस्क पर कब्जा जमा चुका है. रूस ने माइकोलाइव और खारकीव पर भी कब्जा कर लिया था. हालांकि, बाद में यूक्रेनी सेना ने रूस को जोरदार टक्कर देते हुए इन दोनों राज्यों पर वापस कब्जा जमा लिया. अभी भी कई राज्यों में रूस और यूक्रेन के बीच वर्चस्व जमाने की लड़ाई जारी है.
यूक्रेन को मिलने वाला है सबसे घातक टैंक
रूसी हमले के विरोध में यूक्रेन को अमेरिका के अलावा कई पश्चिमी देशों का भी साथ मिला. फिलहाल दुनिया के 80 से ज्यादा देशों से यूक्रेन को अलग-अलग तरह से मदद मिल रही है. इनमें 31 देश ऐसे भी हैं, जो यूक्रेन को घातक हथियार और मिसाइलें दे रहे हैं. पश्चिमी देशों से यूक्रेन को मदद मिलना अब भी जारी है. जल्दी ही यूक्रेन की सेना को दुनिया के सबसे घातक टैंकों में से एक लेपर्ड टैंक मिलने वाले हैं. ये टैंक रूसी सेना के लिए किसी बड़े खतरें से कम नहीं हैं. ब्रिटेन ने भी यूक्रेन को और सैन्य सहायता देने के लिए गोले-बारूद का उत्पादन बढ़ा दिया है. ब्रिटेन के रक्षामंत्री का कहना है कि यूक्रेन को मजबूत करने के लिए ब्रिटेन लगातार हथियार देता रहेगा.
यूक्रेन ने ऐसे किया रूसी सेना का सामना
दुनियाभर से मिल रही मदद के कारण ही आज यूक्रेन के सैनिक पुतिन की सेना के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में मोर्चा संभाले हुए हैं और हर रूसी आक्रमण का मुंबतोड़ जवाब दे रहे हैं. रूस से जंग में यूक्रेन को स्पेन का साथ मिला है. महायुद्ध के बीच स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांजेज यूक्रेन पहुंचे और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की.
जब बाइडेन पहुंचे यूक्रेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बीते सोमवार को ही यूक्रेन पहुंचे. यहां उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की. इस दौरान बाइडेन ने यूक्रेन को हर तरह से मदद करने का भरोसा दिलाया. इसके अलावा ब्रिटेन, फ्रांस समेत कई अन्य देशों के राष्ट्रपति और राष्ट्राध्यक्ष भी यूक्रेन का दौरा कर चुके हैं. हालांकि एक साल से जारी जंग के बाद यूक्रेन में तबाही के निशान दिख रहे हैं. नमक और जिप्सम की खदानों वाला शहर बखमुत रूस के हमलों से बर्बाद हो चुका है. यूक्रेन के कई शहर युद्ध का दंश झेल रहे हैं और खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. हर तरफ तबाही का मंजर नजर आ रहा है.
फिलहाल रूस और यूक्रेन दोनों पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. यूक्रेन को अमेरिका समेत तमाम पश्चिमी देशों का साथ मिल रहा है तो रूस भी अपने कदम पीछे नहीं हटाना चाहता है. ऐसे में युद्ध रुकने की फिलहाल कोई संभावना नहीं दिख रही है. ब्रिटेन के रक्षा सचिव बेन वालेस ने भी कहा है कि रूस यूक्रेन युद्ध अभी और लंबा खिंच सकता है.
इस बीच पुतिन और जेलेंस्की दोनों अपने देश के सैनिकों का हौसला बढ़ाने में जुटे हुए हैं. जंग के एक साल पूरा होने पर रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने अपने सैनिकों को सराहा. पुतिन ने कहा कि रूस के सैनिक जंग के मैदान में साहस और वीरता का प्रदर्शन कर रहे हैं. पुतिन ने जवानों को और भी आधुनिक हथियार और उपकरण मुहैया कराने का वादा भी किया.
वहीं, यूक्रेन ने रूस से युद्ध का एक साल पूरा होने पर नया नोट भी जारी किया. नए नोट में 3 यूक्रेनी सैनिकों को राष्ट्रीय ध्वज को उठाते हुए दिखाया गया है. इसके अलावा दो बंधे हुए हाथों की तस्वीर भी लगाई गई है. इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा ने युद्ध समाप्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इस प्रस्ताव के पक्ष में 141 जबकि विरोध में 7 मत मिले. 32 देशों ने इस प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया. संयुक्त राष्ट्र से पास हुए प्रस्ताव में रूस से अपनी सेनाओं को वापस बुलाने और युद्ध खत्म करने को कहा गया है.
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