US News: भारतीय अमेरिकी विवेक रामास्वामी ने रविवार को एक टॉक शॉ के दौरान खुलकर ट्रंप का समर्थन किया. रामास्वामी ने कहा कि अगर उनकी जगह डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन उम्मीदवार बनेंगे तो वह उनका समर्थन करेंगे.
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US Presidential Election 2024 News: भारतीय अमेरिकी विवेक रामास्वामी (Vivek Ramaswami) ने रविवार को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का समर्थन करते हुए कहा कि अगर उनकी जगह ट्रंप रिपब्लिकन उम्मीदवार बनेंगे तो वह उनका समर्थन करेंगे. पीटीआई-भाषा के मुताबिक रविवार को एक टॉक शॉ के दौरान रामास्वामी ने यह भी कहा कि अगर वह अमेरिका के अगले राष्ट्रपति बनते हैं तो ट्रंप को माफ कर देंगे. गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप फिलहाल कई कानूनी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं
‘यह देश को एकजुट करने में मदद करेगा’
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने की दौड़ में शामिल रामास्वामी ने ‘एबीसी न्यूज’ से कहा, ‘यदि डोनाल्ड ट्रंप पार्टी के उम्मीदवार बनते हैं-- हां, मैं उनका समर्थन करूंगा. यदि मैं राष्ट्रपति बना, तो मैं उन्हें माफ कर दूंगा क्योंकि यह देश को एकजुट करने में मदद करेगा लेकिन यह सबसे अहम चीज नहीं है जिसे मैं अगले राष्ट्रपति के रूप में करूंगा. यह देश को आगे बढ़ाने के लिए शुरुआती चीज है.’
भारतीय अमेरिकी उद्यमी ने कहा,‘मेरी मूल बात यह है कि मैं उस व्यक्ति को वोट दूंगा जो मुझे लगता है कि इस देश को आगे ले जाने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में है. मुझे नहीं लगता कि वह जो बाइडन हैं. मुझे नहीं लगता कि वह कोई अन्य कठपुतली, कमला हैरिस या कोई और है, जिसे वे जो बाइडन के बाद सामने लाएंगे.’
दो भारतीय-अमेरिकियों में मुकाबला
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने की दौड़ में दो भारतीय-अमेरिकी शामिल हैं. रामास्वामी के अलावा एक अन्य भारतीय अमेरिकी निक्की हेली (Nikki Haley) भी इस दौड़ में शामिल हैं. वह दक्षिण कैरोलाइना की पूर्व गवर्नर रह चुकी हैं.
महज 38 साल के रामास्वामी राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार की दौड़ में शामिल होने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं. भारत के आप्रवासी माता-पिता के घर ओहियो में जन्मे रामास्वामी ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से जीव विज्ञान की डिग्री हासिल की और फिर ‘येल लॉ स्कूल’ से पढ़ाई पूरी की. हेली का जन्म दक्षिण कैरोलिना में एक सिख परिवार में हुआ था. शादी के बाद उन्होंन ईसाई धर्म अपना लिया. वह दो बार दक्षिण कैरोलिना की गर्वनर रह चुकी हैं. वह ट्रंप सरकार के तहत यूएन में यूएस राजदूत भी रही थीं.
(इनपुट – न्यूज एजेंसी- भाषा)