नई दिल्ली. इजरायल की दवा का ये दावा अगर सच निकलता है तो यह कोरोना की जंग के खिलाफ एक बड़ी जीत साबित हो सकती है. इसकी वजह ये है कि जैसा दावा इज़राइल का है, ये न केवल कोरोना संक्रमण को समाप्त करता है बल्कि संक्रमण को चमत्कारिक ढंग से बिलकुल गायब कर देता है.
इंस्टीट्यूट ऑफ़ बायो रिसर्च ने किया निर्माण
इज़राइल ने का ये दावा कि उसने कोरोना वायरस का जादूई तोड़ ढूंढ निकाला है, दुनिया के लिए एक उत्साहजनक समाचार है. इस दवा का निर्माण इजरायल इंस्टीट्यूट ऑफ बॉयोलॉजिकल रिसर्च में किया गया है. इजरायल अब इस दावा का मानव परीक्षण प्रारम्भ करने जा रहा है और इसके लिए सरकारी अनुमति की प्रतीक्षा कर रहा है.
रक्षा मंत्री ने ली जानकारी
इज़राइल के रक्षा मंत्री बेनी गांट्ज़ ने इजरायल इंस्टीट्यूट ऑफ बॉयोलॉजिकल रिसर्च पहुंच कर इस दवा के बारे में जानकारी प्राप्ति की. इज़राइली सूत्रों के अनुसार इस वैक्सीन का शरदकालीन छुट्टियों के बाद परीक्षण प्रारम्भि किया जाएगा.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने की पुष्टि
इस कोरोना दवा के निर्माता इंस्टीट्यूट में दौरे के समय रक्षा मंत्री को इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर प्रफेसर शैमुअल शपिरा ने इस नई इजरायली वैक्सीन की जानकारी दी. इसके तुरंत बाद इज़राइल के रक्षा मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यलय से इस दवा की पुष्टि की गई. इसके साथ जारी बयान में कहा गया कि इज़राइल को एक बेहद शानदार वैक्सीन बनाने में कामयाबी मिली है.
''अपनी वैक्सीन पर हमें अभिमान है''
इज़राइल ने कहा है कि हमें अपनी इस शानदार कोरोना दवा पर अभिमान है. यद्यपि अभी तक इज़राइल के चिकित्सा वैज्ञानिकों ने इस बात की जानकारी नहीं दी है कि इस वैक्सीन का कब तक इस्तेमाल हो पायेगा. तीन माह पूर्व इजरायल के रक्षा मंत्री नफताली बेन्नेट ने दावा किया था कि उनके देश के डिफेंस बायोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ने कोरोना वायरस का टीका बनाने में सफलता प्राप्त की है.
ये भी पढ़ें. जो बिडेन की पार्टी ने कहा -अगर जीते तो भारत से मजबूत करेंगे संबंध