इन कंपनियों को रक्षा आपूर्ति शृंखला में भारत की संभावनाओं पर भरोसा, आयात बढ़ाने पर कर रहीं विचार

वैश्विक दिग्गज कंपनियां एयरबस, रॉल्स रॉयस, सफ्रान और कोलिन्स एयरोस्पेस भारत से आयात बढ़ाने पर विचार कर रही हैं. इन चार कंपनियों के प्रमुख अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह बात कही. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 13, 2025, 10:04 PM IST
  • भारत के साथ साझेदारी का लाभ उठाने की उत्सुक है एयरबस
  • दीर्घकालिक संबंधों का विस्तार करना चाहती है सफ्रान कंपनी
इन कंपनियों को रक्षा आपूर्ति शृंखला में भारत की संभावनाओं पर भरोसा, आयात बढ़ाने पर कर रहीं विचार

नई दिल्लीः वैश्विक दिग्गज कंपनियां एयरबस, रॉल्स रॉयस, सफ्रान और कोलिन्स एयरोस्पेस भारत से आयात बढ़ाने पर विचार कर रही हैं. इन चार कंपनियों के प्रमुख अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह बात कही. 'वैश्विक निवेशक सम्मेलन - इन्वेस्ट कर्नाटक-2025' के दौरान 'भारत का मूल: वैश्विक एएंडडी सोर्सिंग के भविष्य को आकार देना' विषय पर समूह चर्चा में उन्होंने वैश्विक अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और रक्षा आपूर्ति शृंखला में भारत की संभावनाओं पर विश्वास व्यक्त किया. 

एयरबस के अंतरराष्ट्रीय परिचालन प्रमुख माइकल नार्ची ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत में इस क्षेत्र ने जो परिपक्वता हासिल की है, वह 'अविश्वसनीय और आश्चर्यजनक है.' 

भारत के साथ साझेदारी का लाभ उठाने की उत्सुक है एयरबस

उन्होंने कहा कि एयरबस भारत के साथ अपनी साझेदारी का लाभ उठाने के लिए उत्सुक है. नार्ची ने कहा, 'अगर मैं आपूर्ति शृंखला के मामले में पांच साल पहले की स्थिति और आज की स्थिति की तुलना करूं... तो पिछले पांच साल में इस साझेदारी की मात्रा दोगुनी हो गई है. आज हम गर्व से कह सकते हैं कि भारत एयरबस की समग्र आपूर्ति शृंखला में एक अरब यूरो से अधिक का योगदान देता है.'

दीर्घकालिक संबंधों का विस्तार करना चाहती है सफ्रान कंपनी

सफ्रान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड डिफेंस के परिचालन के कार्यकारी उपाध्यक्ष जीन-नोएल माहियू ने भारत के साथ कंपनी की साझेदारी को मजबूत करने के महत्व पर बल दिया. रोल्स रॉयस के 'एयरोस्पेस प्रोक्योरमेंट' के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ह्यू मॉर्गन ने कहा कि कंपनी का लक्ष्य भारत के साथ अपने दीर्घकालिक संबंधों का विस्तार करना है. 

उन्होंने कहा, 'हम अगले पांच वर्षों में इस क्षेत्र में अपना आयात दोगुना करना चाहते हैं.' कोलिन्स एयरोस्पेस के इंजीनियरिंग उपाध्यक्ष सव्यसाची श्रीनिवास के अनुसार, कोलिन्स भारत से सालाना लगभग 50 करोड़ डॉलर का निर्यात करता है. उन्हें उम्मीद है कि अगले कुछ वर्षों में इसमें उल्लेखनीय वृद्धि होगी. 

क्या है बोइंग और एयरबस का वैश्विक बाजार पूर्वानुमान

एयरोस्पेस इंडिया एसोसिएशन के महानिदेशक और एयरबस इंडिया के पूर्व मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक (एमडी) श्रीनिवासन द्वारकानाथ ने कहा कि बोइंग और एयरबस ने अपने वैश्विक बाजार पूर्वानुमान में कहा है कि अगले 20 वर्षों में 42 हजार से अधिक नए विमानों की मांग होगी. उन्होंने कहा, 'भारत ने बड़ी संख्या में विमानों का ऑर्डर दिया है, जिससे वैश्विक आपूर्ति शृंखला में भी तेजी आएगी.'

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