नई दिल्ली. कांग्रेस में नए अध्यक्ष की तलाश पूरी हो चुकी है और मल्लिकार्जुन खड़गे करीब दो दशक बाद पार्टी के 'गैर-गांधी' चीफ बने हैं. चुनाव में खड़गे को गांधी परिवार का ही कैंडिडेट माना जा रहा था. उनके खिलाफ पार्टी सांसद शशि थरूर ने चुनाव लड़ा. थरूर चुनाव तो हार गए लेकिन ऐसा लगता है कि उन्होंने कार्यकर्ताओं का 'दिल जीत' लिया.
दरअसल चुनाव में खड़गे को 7897 वोट मिले तो वहीं थरूर को 1072 वोट हासिल हुए. कुल 416 वोट इनवैलिड यानी अमान्य घोषित हुए. इन अमान्य वोटों से जुड़ी दिलचस्प कहानियां निकलकर सामने आ रही हैं. सूत्रों के हवाले से प्रकाशित एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि किसी वोटर ने बैलट पेपर पर थरूर के नाम के आगे 'दिल और तीर' का निशान बना दिया था. जानकारी के मुताबिक यह वोट अमान्य घोषित हो गया.
दोनों प्रत्याशियों के नाम के सामने प्रतिक्रिया
वहीं एक अन्य अमान्य वोट की कहानी भी दिलचस्प है. एक वोटर ने बैलट पेपर पर खड़गे के नाम के आगे स्वास्तिक का निशान बना दिया था और थरूर के नाम के टिक किया हुआ था. स्पष्ट वोट न होने के कारण इसे भी अमान्य करार दिया गया है.
कई बैलट पेपर पर लिखे गए राहुल के नाम
कई ऐसे वोटों को अमान्य करार दिया गया जिन पर दोनों प्रत्याशियों के अलावा राहुल गांधी का भी नाम लिख दिया गया. यानी वोटर चाहते थे कि राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाया जाए.
मधुसूदन मिस्त्री के निशाने पर थरूर
इस बीच बृहस्पतिवार को खबर आई कि कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव में उम्मीदवार रहे शशि थरूर की टीम द्वारा उत्तर प्रदेश में 'अत्यंत गंभीर अनियमितताओं' का मुद्दा उठाए जाने के बाद जवाबी पत्र लिखा. मिस्त्री ने थरूर और उनकी टीम पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके दो चेहरे दिखे हैं और तिल का ताड़ बनाने का प्रयास किया गया.
मिस्त्री ने थरूर के मुख्य चुनाव एजेंट रहे सलमान सोज को जवाबी पत्र लिखा है. सोज ने ही पत्र लिखकर चुनाव प्रक्रिया और खासकर उत्तर प्रदेश के संदर्भ में गंभीर सवाल खड़े किए थे. सूत्रों के अनुसार, मिस्त्री ने थरूर के मुख्य चुनाव एजेंट रहे सलमान सोज को लिखे जवाबी पत्र में कहा, ‘आपकी हर शिकायत पर हमने आपको अपने जवाब से संतुष्ट किया. आपने सहमति और संतोष प्रकट किया. इसके बावजूद आपने हमारे संज्ञान में लाने से पहले इन बिंदुओं को मीडिया में उठा दिया.’
टीम थरूर ने उठाए थे सवाल
उन्होंने कहा, ‘आपने यह भाव पैदा करने के लिए तिल का ताड़ बनाने का प्रयास किया कि पूरी प्रक्रिया आपकी उम्मीदवारी के प्रति निष्पक्ष नहीं थी.’ थरूर की टीम ने पार्टी के मुख्य निर्वाचन प्राधिकारी को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश में चुनाव के दौरान 'अत्यंत गंभीर अनियमितताओं' का मुद्दा उठाया था और मांग की थी कि राज्य में डाले गए सभी मतों को अमान्य किया जाए. थरूर की प्रचार टीम ने पंजाब और तेलंगाना में भी चुनाव के संचालन में 'गंभीर समस्या' के मुद्दे उठाए थे.
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