नई दिल्लीः कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी ने स्वदेशी पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर वेपन की खरीद को लेकर मंजूरी दे दी है. मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि मार्च तक लगभग 10 हजार करोड़ रुपये के दो समझौतों पर साइन किए जाने की संभावना है. ये हरी झंडी मिलने के बाद सेना के लिए दो तरह के गोला-बारूद खरीदे जाएंगे.
दो प्रकार के गोला-बारूद बनाए जाएंगे
रिपोर्ट्स के अनुसार, ये मंजूरी मिलने के बाद नागपुर की निजी क्षेत्र की कंपनी सोलर ग्रुप को 6050 करोड़ रुपये का ठेका दिया जाएगा. इसी तरह रक्षा क्षेत्र की कंपनी म्यूनिशन्स इंडिया लिमिटेड को 4000 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रेक्ट दिया जाएगा. ये कंपनियां क्षेत्रीय निषेध गोला-बारूद और पिनाका एमकेआई विस्तारित रेंज गोला-बारूद के दो प्रकार बनाएगी.
प्रमुख मल्टी लॉन्च रॉकेट सिस्टम है पिनाका
पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर वेपन से उच्च ऊंचाई वाले युद्धक्षेत्रों में सेना की मारक क्षमता और लचीलापन बढ़ाने की उम्मीद है. पिनाका को प्रमुख मल्टी लॉन्च रॉकेट सिस्टम में से एक माना जाता है. क्षेत्रीय निषेध गोला-बारूद (एडीएम) में एंटी-टैंक और एंटी-पर्सनल माइंस जैसे बमलेट्स शामिल हैं. इनकी मदद से मारक क्षमता और घातक हो सकती है.
300 किमी तक की रेंज बनाने का है लक्ष्य
डीआरडीओ ने पिनाका के विस्तारित रेंज एडिशन भी बनाए हैं. ये करीब 75 किमी तक निशाना लगाने में सक्षम हैं. इसकी रेंज को आगे बढ़ाकर 120 किमी किए जाने की योजना है, जिसे बाद में 300 किमी तक ले जाने का लक्ष्य है. पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर वेपन भारत की स्वदेशी रक्षा उत्पादों की बढ़ती क्षमता का भी परिचायक है.
भारत के इस सिस्टम को खरीदने को लेकर कई देशों ने रुचि भी दिखाई है जिनमें एशिया, अफ्रीका और यूरोप के देश शामिल हैं. वहीं आर्मेनिया पहले ही पिनाका की खरीद कर चुका है.
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