नई दिल्ली: पिछले ही दिनों मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अचानक पद से इस्तीफा देने के बाद राज्यपाल की सिफारिश पर मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू किया गया है. वैसे ये कोई पहली बार नहीं है जब किसी देश में राष्ट्रपति शासन लगाया गया है, बल्कि इससे पहले भी ऐसा हो चुका है. संविधान के अनुच्छेद 356 का प्रयोग या आसान भाषा में समझा जाए तो राष्ट्रपति शासन देश के अलग-अलग हिस्सों में अब तक 134 पर लगाया जा चुका है.
सबसे ज्यादा कहां लगा राष्ट्रपति शासन
भारत में सबसे ज्यादा बार राष्ट्रपति शासन मणिपुर और उत्तर प्रदेश में लगाया गया है. बता दें कि जहां एक ओर मणिपुर में 11 बार ऐसा हो चुका है, तो वहीं उत्तर प्रदेश में 10 बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया है. हालांकि, इस बारे में तो ज्यादातर लोगों को जानकारी होगी ही, लेकिन आज हम आपको भारत के उन राज्यों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां आज तक एक बार भी राष्ट्रपति शासन लागू नहीं हुआ है.
इन राज्यों पर कभी नहीं लगा राष्ट्रपति शासन
जहां एक ओर आजादी के बाद से अब तक भारत के ज्यादातर राज्यों में राष्ट्रपति शासन लग चुका है, वहीं, 2 राज्य ऐसे भी हैं जहां कभी राष्ट्रपति शासन नहीं लगा. दरअसल, यहां हम जिन 2 राज्यों की बात कर रहे हैं वो छत्तीसगढ़ और तेलंगाना हैं.
इन राज्यों में लगा चुका है सबसे लंबा राष्ट्रपति शासन
भारत के तीन राज्य ऐसे हैं जहां सबसे लंबे वक्त तक राष्ट्रपति शासन रहा है, इनमें जम्मू-कश्मीर, पंजाब और पुडुचेरी का नाम है. 1950 के बाद से अब तक जम्मू-कश्मीर में 9 बार, पंजाब में 9 बार, उत्तर प्रदेश में 10 और मणिपुर में 11 बार राष्ट्रपति शासन लगाया जा चुका है. देश का संविधान लागू होने के बाद से अब तक जम्मू-कश्मीर ने राष्ट्रपति शासन के तहत 12 साल से भी ज्यादा वक्त बिताया. इसके बाद पंजाब ने 10 साल, पुडुचेरी ने 7 साल से अधिक समय राष्ट्रपति शासन के तहत बिताया है.
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