बीजिंग. वरिष्ठ अमेरिकी राजनेता नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर चीन अपनी नाराजगी जगजाहिर कर चुका है. चीन धमकी दे चुका है कि वो इसके खिलाफ मिलिट्री एक्शन लेगा. ड्रैगन ने इसकी बानगी ताइवान के नजदीक युद्धाभ्यास शुरू कर दे दी है. इस बार का युद्धाभ्यास पहले से बिल्कुल अलग है. इसका कारण ये है कि चीन इस बार संप्रभु देश ताइवान के अधिकार वाले जल क्षेत्र में फायर ड्रिल कर रहा है. माना जा रहा है कि इससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है.
चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने ट्विटर पर एक मैप शेयर किया है जिसमें उन 6 क्षेत्रों का जिक्र है जो ताइवान को चारों तरफ से घेरते हैं. इन सभी इलाकों में लाइव फायर एक्सरसाइज की जाएगी. माना जा रहा है कि चीन इतनी आक्रामक ड्रिल अमेरिका का जवाब देने के लिए कर रहा है.
PLA will conduct important military exercises and training activities including live-fire drills in six regions surrounding the Taiwan island from Thursday to Sunday pic.twitter.com/k9q1WEDsyF
— Global Times (@globaltimesnews) August 2, 2022
दरअसल अमेरिकी नेता नैन्सी पेलोसी ने उस 'लक्ष्मण रेखा' को लांघ दिया है जो चीन ने खिंची थी. चीन की लाख धमकियों के बावजूद नैन्सी नहीं मानीं और मंगलवार को ताइवान की राजधानी पहुंचीं. इतना ही नहीं नैन्सी ने वहां से स्टेटमेंट जारी कर संदेश दे दिया कि ताइवान को अमेरिका का समर्थन जारी रहेगा.
Our visit reiterates that America stands with Taiwan: a robust, vibrant democracy and our important partner in the Indo-Pacific. pic.twitter.com/2sSRJXN6ST
— Nancy Pelosi (@SpeakerPelosi) August 2, 2022
अब चीन की आक्रामक ड्रिल को गंभीरता से लिए जाने के पीछे कई मजबूत कारण भी हैं. अगर यूक्रेन युद्ध से सीख ली जाए तो उस वक्त भी युद्ध से पहले रूस ने कई युद्धाभ्यास किए थे. फिर एकाएक यूक्रेन पर आक्रमण कर दिया था. यहां तक कि साल 2020 में रूस ने बेलारूस के साथ युद्भाभ्यास किया था और लिथुआनिया में हमले की मॉक ड्रिल की थी.
Video: PLA Eastern Theater Command has sent advanced warplanes to exercise combat takeoffs from different airports and conduct missions in different airspaces. The combat joint exercises are in response to #Pelosi’s visit to #Taiwan island. pic.twitter.com/hQlciNnCzZ
— Global Times (@globaltimesnews) August 3, 2022
अगर अभी चीन के युद्भाभ्यास को देखा जाए तो यह सीधे तौर पर हमला तो नहीं है लेकिन यह पूरी तरह से उकसावे का प्रयास है. यही कारण है कि ताइवान सरकार और मिलिट्री ने इसकी निंदा की है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने चीन पर अंतरराष्ट्रीय नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है. साथ ही यह भी कहा है कि चीन इस वक्त ताइवान की संप्रभुता के साथ खेल रहा है. इस बीच चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने ताइवान का हवाई और समुद्री रास्ता रोक रखा है.
यही कारण है कि ताइवान सरकार अब जापान और फिलिपिन्स के साथ मिलकर वैकल्पिक रूट तलाश रही है. पीएलए की तरफ से साफ किया जा चुका है कि यह फायर ड्रिल आगामी रविवार तक चलती रहेगी.
यह भी पढ़िए: धरती में हुआ 650 फुट का विशाल छेद, बढ़ रहा आकार, जांच करने पहुंचे शोधकर्ता
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.