नई दिल्ली: Christmas in Bethlehem: दुनियाभर में आज क्रिसमस मनाया जा रहा है. हर कोई ईसा मसीह को याद कर रहा है, उनके दिखाए रास्ते पर चलने की प्रतिज्ञा कर रहा है. लेकिन ईसा मसीह की जन्मस्थली 'बेथलहम' में आज सन्नाटा पसरा हुआ है. यहां न तो 'जिंगल बेल' की आवाज आ रही है, न ही लोग 'मैरी क्रिसमस' बोलते हुए सुनाई दे रहे हैं. वीरान पड़ा यह शहर अपना सबसे बड़ा त्योहार भी नहीं मना रहा है, आखिर इसकी क्या वजह? आइए जानते हैं.
दुनियाभर से आते हैं पर्यटक
ईसा मसीह की जन्मस्थली बेथलहम क्रिसमस के समय लोग दुनिया भर के पर्यटक आते हैं. इस शहर में क्रिसमस डे पर रौनक देखने लायक होती है. ईसाइयों का मानना है कि इस शहर के 'चर्च ऑफ द नेटिविटी' में ही यीशु का जन्म हुआ था. यह चर्च दुनिया में प्रसिद्ध है, लोग इसे खूब चाव से देखने आते हैं. लेकिन इतिहास में पहली बार हो रहा है कि यह ईसा मसीह का जन्मदिन नहीं मना रहा है.
क्यों नहीं मनाया क्रिसमिस
दरअसल, बेथलहम शहर इजरायल के कब्जे वाले फिलिस्तीन यानी वेस्ट बैंक में पड़ता है. इजरायल और हमास के बीच युद्ध चल रहा है, यहां के लोग बम धमाकों की आवाजों के चलते अपने-अपने घरों में दुबके हुए हैं. यहां के व्यापारियों का कहना है कि इस बार यहां कोई मेहमान नहीं आया, एक भी नहीं. एक व्यापारी ने बताया कि उनका परिवार पीढ़ियों से बेथलहम में रह रहा है, लेकिन इतना क्रिसमस का इतना खराब दिन कभी नहीं बीता.
इजरायल ने गाजा पर की एयरस्ट्राइक
क्रिसमिस की पूर्व संध्या पर इजरायल ने गाजा के एक शरणार्थी शिविर पर एयरस्ट्राइक की है. इसमें 80 से अधिक लोगों के मारे जाने की सूचना है. इसके अलावा, सैंकड़ों लोग घायल भी हो गए हैं. इजरायली सेना का कहना है कि हम हमास को टारगेट करना चाह रहे हैं, आम नागरिकों को नहीं. हम इस मामले की समीक्षा कर रहे हैं.
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