सीजफायर के बीच क्यों भड़का इजरायल? फिलिस्तीनियों को गाजा में एंट्री के लिए अभी करना पड़ेगा इंतजार

इजरायल ने शनिवार को ऐलान किया कि वह गाजावासियों को उत्तरी गाजा पट्टी में तब तक प्रवेश नहीं करने देगा, जब तक कि नागरिक अर्बेल येहुद की रिहाई के लिए व्यवस्था नहीं हो जाती. येहुद को आज की रिहाई सूची में शामिल किया जाना था. यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि उसका नाम क्यों छोड़ दिया गया.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jan 25, 2025, 06:54 PM IST
  • 'हमास ने समझौते का उल्लंघन किया'
  • फिलिस्तीनियों को करना पड़ेगा इंतजार
सीजफायर के बीच क्यों भड़का इजरायल? फिलिस्तीनियों को गाजा में एंट्री के लिए अभी करना पड़ेगा इंतजार

नई दिल्लीः इजरायल ने शनिवार को ऐलान किया कि वह गाजावासियों को उत्तरी गाजा पट्टी में तब तक प्रवेश नहीं करने देगा, जब तक कि नागरिक अर्बेल येहुद की रिहाई के लिए व्यवस्था नहीं हो जाती. येहुद को आज की रिहाई सूची में शामिल किया जाना था. यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि उसका नाम क्यों छोड़ दिया गया. वहीं हमास ने दावा किया कि येहूद जीवित है और उसे अगले शनिवार को रिहा किया जाएगा.

'हमास ने समझौते का उल्लंघन किया'

इजरायल के अनुसार, हमास ने सभी जीवित नागरिक महिला बंदियों से पहले महिला बंधक सैनिकों को रिहा करके समझौते का उल्लंघन किया है. इससे पहले हमास ने चार महिला इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया. आईडीएफ ने पुष्टि की कि रिहा किए गए चारों बंधक वापस इजरायल पहुंच गए हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक चारों महिलाएं इजरायली सैनिक हैं, जिन्हें 7 अक्टूबर को हमास के हमले के दौरान इजरायल के नाहल ओज सैन्य अड्डे से ले गाजा ले जाया गया था. वे एक सैन्य निगरानी इकाई की सदस्य थीं.

बदले में 200 बंदियों को रिहा करेगा इजरायल

आईडीएफ ने एक्स पर लिखा, 'चार लौटने वाले सैनिक, डेनिएला गिल्बोआ, लिरी अलबाग, नामा लेवी और करीना एरीव, अब आईडीएफ और शिन बेट बलों के साथ सीमा पार करके इजरायली क्षेत्र में आ गए हैं.' इन चारों के बदले इजरायल 200 फिलिस्तीनी बंदियों को मुक्त करेगा.

इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, 'समझौते के अनुसार, इजरायल को आज हमास आतंकी समूह से चार महिला बंधक सैनिक प्राप्त हुए हैं और बदले में वह (फिलिस्तीनी) कैदियों को रिहा करेगा.'

बयान में कहा गया, 'समझौते के अनुसार, इजरायल गाजा पट्टी के उत्तर में गाजावासियों को जाने की अनुमति नहीं देगा, जब तक कि नागरिक अर्बेल येहुद की रिहाई की व्यवस्था नहीं हो जाती, जिसे आज रिहा किया जाना था.'

फिलिस्तीनियों को करना पड़ेगा इंतजार

टाइम्स ऑफ इजरायल के मुताबिक, इस घोषणा का मतलब है कि आईडीएफ कल नेत्जारिम कॉरिडोर के एक हिस्से से पीछे नहीं हटेगा. समझौते के तहत, इजरायल को संघर्ष विराम के सातवें दिन कॉरिडोर के उत्तरी हिस्से से हटना था, ताकि फिलिस्तीनियों को तटीय सड़क के ज़रिए उत्तरी गाजा में वापस जाने की अनुमति मिल सके.

प्रधानमंत्री कार्यालय ने चार बंधक महिला सैनिकों की रिहाई के बाद अपने फैसले की घोषणा की. हालांकि यह निर्णय कथित तौर पर कल रात प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा आयोजित सुरक्षा परामर्श के दौरान लिया गया था, लेकिन घोषणा रिआई के बाद की गई ताकि उन्हें खतरे में न डाला जाए.

कई मीडिया रिपोर्ट्स में एक हमास अधिकारी के हवाले से कहा गया कि येहुद जीवित है और उसे अगले शनिवार को रिहा कर दिया जाएगा. हालांकि हमास की ओर से कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई.

रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल गाजा सशस्त्र ग्रुप्स से येहुद जीवित के होने का सबूत और उसे अगले शनिवार को रिहा करने की गारंटी की मांग कर सकते हैं.

जानिए क्या हैं समझौते की शर्तें

रविवार को लागू समझौते की शर्तों के तहत, इजरायल ने युद्धविराम के पहले चरण के दौरान गाजा में बंद प्रत्येक इजरायली सैनिक के बदले 50 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने और किसी भी अन्य महिला बंदी के बदले 30 कैदियों को रिहा करने पर सहमति जाहिर की है.

पिछले रविवार को युद्ध विराम लागू होने के बाद से यह कैदियों की दूसरी अदला-बदली होगी. पहले आदान-प्रदान में तीन महिला इजरायली बंधकों और 90 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया गया था.

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